शहर में चोरी व नकबजनी की घटनाओं को लेकर पुलिस खासा परेशान थी। चोरों व नजबजनों को पकडऩे के लिए पुलिस अधीक्षक सवाईसिंह गोदारा ने सदर सीआई लक्ष्मणसिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया। टीम ने करीब २० दिन तक जांच-पड़ताल की।
इस दौरान पुरानी गिन्नाणी क्षेत्र में हुई चोरियों में पहले के मामले में पकड़े गए युवक पर शक हुआ। इस पर पुलिस टीम ने पुरानी गिन्नाणी निवासी जितेन्द्र उर्फ जीतू (२०) पुत्र प्रेमचंद गहलोत को दस्तायाब किया। पूछताछ में आरोपित ने सदर थाना क्षेत्र में चोरी करना स्वीकार कर लिया। उसे शनिवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। आरोपित को पहले भी चोरी के मामले में सदर पुलिस ने जेल भिजवाया था।
ये वारदात कबूली
सीआई लक्ष्मणसिंह ने बताया कि आरोपित ने छह अप्रेल को सरजू पुरोहित, २९ मार्च की रात को मनोज कुमार के घर में और १२ मार्च को एक अन्य मकान में चोरी करना स्वीकार किया है। वहीं चार अप्रेल को आरोपित ने एक बाइक चोरी की। आरोपित महंगे शौक व अपने खर्चों की पूर्ति के लिए चोरी करता है। जांच में पता चला है कि
आरोपित के खिलाफ शहर के विभिन्न थानों में १३ से १४ प्रकरण दर्ज हैं।
सीआई लक्ष्मणसिंह ने बताया कि आरोपित ने छह अप्रेल को सरजू पुरोहित, २९ मार्च की रात को मनोज कुमार के घर में और १२ मार्च को एक अन्य मकान में चोरी करना स्वीकार किया है। वहीं चार अप्रेल को आरोपित ने एक बाइक चोरी की। आरोपित महंगे शौक व अपने खर्चों की पूर्ति के लिए चोरी करता है। जांच में पता चला है कि
आरोपित के खिलाफ शहर के विभिन्न थानों में १३ से १४ प्रकरण दर्ज हैं।
यह थी टीम
सदर सीआई के नेतृत्व में टीम में उपनिरीक्षक सुषमा, सहायक उपनिरीक्षक रामसिंह, हवलदार हनुवंत सिंह व सुरेन्द्र कुमार, साइबर क्राइम के सिपाही दीपक यादव एवं चालक जसविन्द्रसिंह शामिल थे।
सदर सीआई के नेतृत्व में टीम में उपनिरीक्षक सुषमा, सहायक उपनिरीक्षक रामसिंह, हवलदार हनुवंत सिंह व सुरेन्द्र कुमार, साइबर क्राइम के सिपाही दीपक यादव एवं चालक जसविन्द्रसिंह शामिल थे।