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धरी रह गई मॉनिटरिंग, करोड़ों की सड़कें हो गई जांच में फेल

locationबीकानेरPublished: Dec 07, 2017 11:12:01 am

सानिवि की क्वालिटी कंट्रोल लैब में हुई थी जांच, न्यास के ठेकेदारों की कार्यप्रणाली पर सवाल, अध्यक्ष ने दिए कार्रवाई के निर्देश

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नगर विकास न्यास की ओर से शहर में बनाई गई करोड़ों रुपए की चार सड़कें सार्वजनिक निर्माण विभाग की क्वालिटी कंट्रोल लैब में फेल हो गई हैं। फेल हुई सड़कें शहर के प्रमुख स्थानों पर बनाई गई हैं। सार्वजनिक निर्माण विभाग के सर्वे, अनुसंधान एवं गुण नियंत्रण खण्ड बीकानेर की लैब में जांच में सड़कों के फेल होने के बाद अब न्यास से जुड़े ठेकेदारों और अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं।
सड़कों के नमूने हाल ही सानिवि ने लिए थे। इनमें तीन सीसी रोड व एक डामर सड़क है। जिन सड़कों को सानिवि ने फेल साबित किया है, उनकी निगरानी के लिए बाकायदा न्यास के अभियंताओं को जिम्मेदारी दी गई थी। इसके बावजूद सड़कों की गुणवत्ता में रही कमी के बाद इन्हें फेल करार दिया गया। सूत्रों की मानें तो इस प्रकरण में अधिकारियों की मिलीभगत हो सकती है। हालांकि इस संबंध में अभी तक किसी अभियंता को न्यास ने नोटिस जारी नहीं किया है।
आरटीआई में खुली पोल
करोड़ों रुपए की सड़कों के फेल होने का खुलासा सूचना के अधिकार कानून से हुआ है। इसकी जानकारी मनोज कुमार पुरोहित ने मांगी थी। आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार गजनेर रोड से पशुखेली वाया हसनैन चैरिटेबल ट्रस्ट, कस्तूरी निवास होते हुए सीसी सड़क व नाली निर्माण,
हरिराम मंदिर से पुराने ट्रांसफार्मर से होते हुए बच्छासर रोड तक सीसी सड़क, होटल बहादुर पैलेस से आर्मी फेंसिंग एवं आनन्द सिंह शेखावत से आर्मी फेंसिंग तक सीसी सड़क तथा बीटी सड़क (गौरव पथ) नागणेचेजी मंदिर से रेलवे फाटक के पास तक की सड़कों के नमूने जांच में फेल हुए हैं।
इसलिए फेल हुई
न्यास की ओर से बनाई गई जिन चार सड़कों के नमूनों की जांच रिपोर्ट सामने आई है, उसमें बताया गया है कि इन सड़कों की मोटाई निर्धारित मापदण्डों से कम है। वहीं सड़कों की कम्प्रेसिव स्ट्रेंथ यानी मजबूती या भार सहन करने की क्षमता भी कम है। सीसी सड़कें व एक डामर सड़क की गुणवत्ता असंतोषजनक पाई गई।
ठेकेदार को नोटिस
क्वालिटी कंट्रोल लैब की जांच में जिन सड़कों के नमूने फेल हुए हैं, उनसे संबंधित ठेकेदारों को नोटिस दिए गए हैं। रही बात अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की तो उनसे भी जवाब मांगा जाएगा। साथ ही पांच लाख या इससे अधिक राशि की सड़क का भुगतान कमेटी की जांच व रिपोर्ट के बाद ही करने की व्यवस्था की गई है।
महावीर रांका, अध्यक्ष, नगर विकास न्यास बीकानेर
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