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बीकानेर

केन्द्रीय कारागार में संगीत की धुनों पर झूमे बंदी

सांस्कृतिक कार्यक्रम में जेल डीआईजी भी पहुंची कैदियों के बीच

बीकानेरDec 06, 2017 / 12:39 pm

अनुश्री जोशी

Cultural program
केन्द्रीय कारागार में सजायाफ्ता और विचाराधीन बंदी खुद को झूमने से नहीं रोक पाए। अवसर था श्रीविश्वकर्मा नाट्य संगीत कला संस्थान के तत्वावधान में कारागार में हुए सांस्कृतिक आयोजन का। कार्यक्रम में बंदियों ने जमकर लुत्फ उठाया और तनाव मुक्त नजर आए।
कार्यक्रम के दौरान कलाकारों ने नए-पुराने फिल्मी गीतों की प्रस्तुतियां दी। बंदियों का उत्साह उस समय और भी बढ़ गया, जब जेल उप महानिरीक्षक प्रीता भार्गव ने कार्यक्रम में शामिल होकर बंदियों का हौसला बढ़ाया।
भार्गव ने बंदियों को स्वरचित कविताएं सुनाई एवं उन्हें समाज की मुख्य धारा से जुडऩे की सीख दी। गौरतलब है कि प्रीता भार्गव राजस्थान की प्रथम महिला जेल उप महानिरीक्षक हैं।

जेल अधीक्षक ने किया प्रेरित
जेल अधीक्षक कैलाश त्रिवेदी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम बंदियों को एकाकी एवं नीरस जीवन से दूर हटाते हैं। उन्होंने कहा कि बंदियों का समाज में पुनर्वास आवश्यक है, एेसे में उन्हें मुख्य धारा से जोडऩे के लिए प्रेरित करना जरूरी है।
त्रिवेदी को विशिष्ठ अतिथि समाजसेवी बृज प्रकाश श्रीमाली, राधाकृष्ण सोनी एवं शेराराम ने बंदियों के मनोरंजन अधिक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने में सहयोग देने का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर जेलर भैरू सिंह, जेलर सुरेश मीणा, महामुख्य प्रहरी सुरेश कुमार, महिला प्रहरी सन्तोष मीणा भी उपस्थित रहीं।
इन्होंने दी प्रस्तुति
संगीत कार्यक्रम में कलाकार मेघराज नांगल, विजय स्वामी, देवेन्द्र, निहारिका सोनी, गोपिका सोनी, उदयवीर, पवन सोनी, योगेन्द्र जांगिड़, शिव कुमार सोनी एवं विक्की सैनी ने प्रस्तुतियों से बंदियों का मनोरंजन किया।
साहित्कार एवं कवियत्री मोनिका गौड ने ‘घर के आंगन की बेटियां’ कविता सुनाकर सबको भाव विभोर कर दिया। इस अवसर पर आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी सुरेन्द्र सिंह ने भी अपनी वीररस की कविता के जरिये बंदियों की तालियां बटोरी।
‘बीकानेर में युवा प्रतिभाओं की कमी नहीं’
राजस्थान युवा बोर्ड की ओर से राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड मंडल मुख्यालय बीकानेर ? द्वारा जिला स्तरीय कला रत्न युवा सांस्कृतिक प्रतिभा खोज महोत्सव 2017 मंगलवार को रविन्द्र रंगमंच पर आयोजित हुआ। महोत्सव के मुख्य अतिथि महापौर नारायण चोपड़ा ने कहा कि बीकानेर में युवा प्रतिभाओं की कमी नहीं है।
ऐसे मंच मिलने से युवाों को रोजगार मिलेगा और वे दूसरों को भी कला में दक्ष करेंगे। आईपीएस अधिकारी प्रेमसुख डेलू, राजस्थान युवा बोर्ड के सदस्य सुशील कुलहरि ने भी विचार रखे। इसमें देवानंद पुरोहित, घनश्याम व्यास, जसवंत राजपुरोहित,
बृजमोहन पुरोहित, अशोक बोबरवाल, भवानी शंकर जोशी आदि शामिल हुए। इस मौके पर नाटक, लोकनृत्य, लोकगीत, शास्त्रीय नृत्य, एकल शास्त्रीय नृत्य, चित्रकला आदि प्रतियोगिताएं हुईं। निर्णायक मोनिका गौड़, राजभारती, नारायण रंगा व डॉ. जयप्रकाश राजपुरोहित थे।
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