सूचना के बाद जीव रक्षा संस्था जिलाध्यक्ष मोखराम धारणिया के साथ वन्य विभाग के उडऩदस्ता के क्षेत्रीय वन अधिकारी और अन्य ने गांव में शिकारियों के घरों में दबिश दी।
दबिश में नौ मृत हिरणों के १८ सींग, हड्डियां, एक बड़ा छुरा, मांस तौलने के लिए खून से सनी तुला, टॉर्च, कुल्हाड़ी, बांट समेत अन्य औजार बरामद किए गए। मिलीभगत का आरोप
सुंई गांव में होलिका दहन २० मार्च को हिरण शिकार की घटना के मामले में वन विभाग के कार्मिकों व अधिकारियों पर शिकारियों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है। जीव रक्षा संस्था के जिलाध्यक्ष धारणियां ने बताया कि शिकार की घटना के पांच दिन बीतने के बावजूद वन विभाग के अधिकारियों ने सुनवाई नहीं की। शिकार की सूचना देने पर भी गांव में नहीं गए। रविवार को संस्था के सदस्यों द्वारा मौके पर ले जाकर कार्रवाई पर बड़ी तादाद में हिरणों के अवशेष मिले है।