शनिवार को केवाईडी नहर के अन्तिम छोर पर पानी पहुंचना था लेकिन नहर में काफी मिट्टी होने के कारण किसानों को चिंताएं सता रही थी कि पानी इस बार भी टेल पर नहीं पहुंचेगा।
हालांकि किसानों ने अधिशासी अभियन्ता को नहर साफ करने की गुहार भी लगाई लेकिन विभाग के पास बजट नहीं होने का कहकर जिम्मेदारी से इतिश्री कर ली। इस पर किसानों ने चन्दा कर जेसीबी, ट्रैक्टर व खुद मजदूरी कर नहर को साफ किया।
ऐसा सिर्फ एक नहर के साथ नहीं है बल्कि यहां कई नहरों में हो रहा है। किसान रामकुमार गोदारा व ओमसिंह ने बताया कि केवाईडी नहर की आरडी 126 से 145 तक नहर को साफ करने का कार्य शुरू किया।
सूचना नहीं नहरों की सफाई का कार्य किसानों द्वारा किया जा रहा है। इसकी सूचना नहीं है। विभाग से 10 जुलाई की बैठक में जल शक्ति अभियान के तहत मनरेगा से डिसिल्टींग कार्य करवाने का प्रस्ताव मांगा गया था लेकिन अभी तक प्रस्ताव नहीं दिया है। यदि सिंचाई विभाग प्रस्ताव देता है तो उसे मनरेगा के तहत साफ करवाया जाएगा।
मनीष फौजदार, उपखण्ड अधिकारी, खाजूवाला खाजूवाला डिवीजन में सिल्ट निकलवाने का बजट नहीं होने के कारण नहरों की सफाई नहीं करवाई जा रही है। मनरेगा के तहत क्षेत्र की नहरों को साफ करवाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
अनिल कैथल, अधिशासी अभियन्ता, सिंचाई विभाग, खाजूवाला