फेस्टिवल से जुड़े नवल किशोर व्यास फेस्टिवल में राजस्थान की लुप्त होती गायन परंपरा “लावणी” की प्रस्तुति के तहत मोरध्वज की कथा की प्रस्तुति हुई। कलाकार चतुर्भुज ने मोरध्वज की कथा का तम्बूरे पर संगीतमय वाचन किया। बीकानेर के लोक कलाकारों की ओर से नगाड़ा वादन की प्रस्तुति दी गई। नगाड़ों पर राहुल मारु, श्रीकुंज बिस्सा, विशाल एवं अक्षय पुरोहित ने संगत दी। कथाकार चरण सिंह ‘पथिक’ की कृति “दो बहनें” पर फिल्मकार गजेंद्र श्रोत्रिय ने चर्चा की।
कार्यक्रम में लोक गायक मार्कण्डेय रंगा ने राजस्थानी लोक गीतों की प्रस्तुति दी। फेस्टिवल में मंगलवार दोपहर 1 बजे कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ बी डी कल्ला धरणीधर रंगमंच में फेस्टिवल में भाग लेने वाले सभी कलाकारों को सम्मानित करेंगे।