यूं चुराते तेल
हाइवे पर स्थित होटल-ढाबों के पास ट्रोल-ट्रेलर आदि खड़े कर चालक सो जाते है। गिरोह के कारिंदे जीप को इन वाहनों के पास खड़ी करते और दो-तीन जने होटल पर चाय पीने चले जाते। जबकि उनके साथी जीप के टायर और ऑयल-पानी चेक करने के बहाने वहीं खड़े रहते। इसी दौरान वह जीप में लगी मोटर से वाहनों के तेल टैंक से डीजल निकाल लेते।
पुलिस पूछताछ में पकड़े गए कारिंदे ने बताया कि उनका गिरोह रोजाना ५०० से ६०० लीटर डीजल चोरी करता और हनुमानगढ़ व खाजूवाला क्षेत्र में बेच देते। गाड़ी पर काली फिल्में चढ़वा रखी थी और सीटें हटवा रखी थी। जिससे डीजल चोरी के लिए लगी मोटर व उसमें रखे जेरीकन आदि का किसी को पता नहीं चलता था।