गहराया पेयजल संकट
नहरबंदी के चलते जिला प्रशासन ने जलदाय विभाग को नहरी क्षेत्र की चक-आबादियों में जल भण्डारण के पुख्ता प्रबन्ध के निर्देश दिए थे लेकिन, लूणकरनसर क्षेत्र में अधिकारियों की अनदेखी से शुरुआती दौर में पेयजल संकट गहरा गया है। पेयजल आपूर्ति के मुद्दे को लेकर जलदाय विभाग के सहायक अभियंता दिलीप तंवर से चक 300-700 आरडी के लोगों ने मिलकर आबादी क्षेत्र की डिग्गी व सरकारी विद्यालय के जलकुण्ड भरवाने का आग्रह किया। तब जलदाय विभाग व ङ्क्षसचाई विभाग की सांठ-गांठ से रसूखदार किसान के खेत में बने बाग के लिए बनाई डिग्गी में पानी भरने का मामला सामने आया।
नहरबंदी के चलते जिला प्रशासन ने जलदाय विभाग को नहरी क्षेत्र की चक-आबादियों में जल भण्डारण के पुख्ता प्रबन्ध के निर्देश दिए थे लेकिन, लूणकरनसर क्षेत्र में अधिकारियों की अनदेखी से शुरुआती दौर में पेयजल संकट गहरा गया है। पेयजल आपूर्ति के मुद्दे को लेकर जलदाय विभाग के सहायक अभियंता दिलीप तंवर से चक 300-700 आरडी के लोगों ने मिलकर आबादी क्षेत्र की डिग्गी व सरकारी विद्यालय के जलकुण्ड भरवाने का आग्रह किया। तब जलदाय विभाग व ङ्क्षसचाई विभाग की सांठ-गांठ से रसूखदार किसान के खेत में बने बाग के लिए बनाई डिग्गी में पानी भरने का मामला सामने आया।
ग्रामीणों की नहीं सुनी
सर्व सेवा संस्थान के सचिव भानुप्रताप ङ्क्षसह शेखावत के नेतृत्व में जलदाय विभाग के अधिकारियों से मिले ग्रामीणों ने बताया कि जलदाय विभाग ने पानी की समस्या से परेशान ग्रामीणों की बात नहीं सुनी। नहरबंदी में रसूखदार किसान के बाग को बचाने के लिए सुरनाणा व लूणकरनसर पंचायत की अनुशंसा के हवाले से निजी डिग्गी को भरवा दिया गया। जबकि ग्रामीणों ने चक 300-700 आरडी की सरकारी डिग्गी व प्राथमिक विद्यालय के तीन जलकुण्ड भरवाने का आग्रह किया था। ग्रामीणों ने बताया कि आबादी के लोगों को निजी डिग्गी में भरे गए पानी को उपयोग नहीं लेने दिया जाता है। ग्रामीणों ने जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल को भी अवगत करवाया है।
सर्व सेवा संस्थान के सचिव भानुप्रताप ङ्क्षसह शेखावत के नेतृत्व में जलदाय विभाग के अधिकारियों से मिले ग्रामीणों ने बताया कि जलदाय विभाग ने पानी की समस्या से परेशान ग्रामीणों की बात नहीं सुनी। नहरबंदी में रसूखदार किसान के बाग को बचाने के लिए सुरनाणा व लूणकरनसर पंचायत की अनुशंसा के हवाले से निजी डिग्गी को भरवा दिया गया। जबकि ग्रामीणों ने चक 300-700 आरडी की सरकारी डिग्गी व प्राथमिक विद्यालय के तीन जलकुण्ड भरवाने का आग्रह किया था। ग्रामीणों ने बताया कि आबादी के लोगों को निजी डिग्गी में भरे गए पानी को उपयोग नहीं लेने दिया जाता है। ग्रामीणों ने जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल को भी अवगत करवाया है।
इनका कहना है-
चक 300-700 आरडी की डिग्गी टूटी बताई है व स्कूल के कुण्ड का पता नहीं। किसान के खेत की डिग्गी में पानी भरवाया गया है। यहां से लोग पानी लेकर जा सकते हैं। इस पानी से बाग में ङ्क्षसचाई हो रही है या नहीं, इसका पता करेंगे।
- दिलीप तंवर, सहायक अभियंता, जलदाय विभाग, लूणकरनसर
जलदाय विभाग के कहने पर खेत की डिग्गी भरवाई
जलदाय विभाग के कहने पर किसान के खेत की डिग्गी भरवाई है। कहां डिग्गी भरवाई है। किस लोकेशन पर डिग्गी भरवाई है, बड़ा एरिया है, इसका पता नहीं चलता है।
जलदाय विभाग के कहने पर खेत की डिग्गी भरवाई
जलदाय विभाग के कहने पर किसान के खेत की डिग्गी भरवाई है। कहां डिग्गी भरवाई है। किस लोकेशन पर डिग्गी भरवाई है, बड़ा एरिया है, इसका पता नहीं चलता है।
- ललित कुमार शर्मा, अधिशासी अभियंता, कंवरसेन लिफ्ट नहर (इगांनप) लूणकरनसर