कोरोना वार्ड में साफ-सफाई बेपटरी है। इतना ही नहीं यहां भर्ती मरीजों के परिजनों का कहना है कि सीनियर चिकित्सक कोई आता नहीं है। यहां कार्यरत स्टाफ कोई सुनवाई नहीं करता। ऐसे में कोरोना मरीजों की हालत खराब है। रविवार को पीबीएम के सुपर स्पेशिलयिटी ब्लॉक के कोरोना वार्ड का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वार्ड में गंदगी और अव्यवस्थाओं को दिखा गया गया है।
पहले भी हो चुके वीडियो वायरल
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सफाई जरूरी है। सरकार संक्रमण को मुक्त करने के लिए दिशा-निर्देश दे चुका है। हालात यह है कि सफाई पर करोड़ों रुपए का बजट खर्च हो रहा है। इसके बावजूद सफाई व्यवस्था डांवाडोल है। पीबीएम के सुपर स्पेशिलयिटी सेंटर में सफाई अव्यवस्था के पहले भी वीडियो वायरल हुए। इसके बाद जिला प्रशासन के उच्चाधिकारी निरीक्षण करने पहुंचे। वहीं सरकार के मंत्री भी कोविड सेेंटरों का नियमित निरीक्षण करने की हिदायत दे चुके हैं। उसके बावजूद भी अस्पताल में सुधार नहीं हो रहा है।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सफाई जरूरी है। सरकार संक्रमण को मुक्त करने के लिए दिशा-निर्देश दे चुका है। हालात यह है कि सफाई पर करोड़ों रुपए का बजट खर्च हो रहा है। इसके बावजूद सफाई व्यवस्था डांवाडोल है। पीबीएम के सुपर स्पेशिलयिटी सेंटर में सफाई अव्यवस्था के पहले भी वीडियो वायरल हुए। इसके बाद जिला प्रशासन के उच्चाधिकारी निरीक्षण करने पहुंचे। वहीं सरकार के मंत्री भी कोविड सेेंटरों का नियमित निरीक्षण करने की हिदायत दे चुके हैं। उसके बावजूद भी अस्पताल में सुधार नहीं हो रहा है।
हर बैठक में सफाई व बेहतर इलाज के प्रबंध के निर्देश
जिला प्रशासन की ओर से ली जाने वाली हर बैठक में अस्पताल में सफाई व्यवस्था और कोरोना मरीजों के बेहतर इलाज के प्रबंध करने के निर्देश दिए जाते हैं लेकिन इनकी पालना जरा भी होती नजर नहीं आती। एक तरफ शहर में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है वहीं दूसरी ओर एसएसबी और कोविड सेंटरों में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर जिले के अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे।
जिला प्रशासन की ओर से ली जाने वाली हर बैठक में अस्पताल में सफाई व्यवस्था और कोरोना मरीजों के बेहतर इलाज के प्रबंध करने के निर्देश दिए जाते हैं लेकिन इनकी पालना जरा भी होती नजर नहीं आती। एक तरफ शहर में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है वहीं दूसरी ओर एसएसबी और कोविड सेंटरों में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर जिले के अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे।
सुपर स्पेशिलयिटी ब्लॉक में उसके पिता भर्ती है। यहां उनकी अच्छे से देखभाल नहीं हो रही है। उन्हें कल बुखार आ गया। वहां कार्यरत स्टाफ को सूचना दी लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। इतना ही नहीं सुबह घर से दूध व नाश्ता भिजवाया जो एक घंटे तक नीचे सिक्युरिटी गार्ड के पास पड़ा रहा। बाद में एक व्यक्ति वार्ड में देने गया लेकिन वह भी उनके बैड पर दूर से फेंक कर आ गया, जिससे दूर बिखर गया।
दो-तीन दिन तक सफाई नहीं होती
यहां वार्ड में भर्ती एक मरीज के परिजन ने बताया कि वार्ड में खाने व दवाओं के उपयोग के बाद का कचरा वार्ड में पड़ा रहता है। शौचालयों में पानी पसरा हुआ है। सफाई करने के लिए कोई आता ही नहीं है। चाय-नाश्ता व खाने-पीने का कोई समय नहीं है।
इनका कहना है…
कोरोना वार्ड में सफाई व इलाज के पुख्ता बंदोबश्त है लेकिन मरीज सहयोग नहीं कर रहे। वार्ड में वह खुद ही गंदगी फैलाते हैं। ऐसे में मरीजों के सहयोग के बिना सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं रह सकती। वार्ड में बच्चे है जो गंदगी करते हैं तो परिजनों को उनका ख्याल रखना चाहिए। हर बात के लिए प्रशासन को दोषी ठहराया उचित नहीं।
डॉ. मोहम्मद सलीम, अधीक्षक पीबीएम अस्पताल