सामान्य विद्यार्थियों को बोर्ड की परीक्षा के लिए अलग से कुछ भी नहीं देना पड़ता है, लेकिन दिव्यांग विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा देने के लिए पहले सेंटर पर ११४० रुपए जमा करवाने पड़ते हैं। उसके बाद ही इसको बोर्ड परीक्षा देने की अनुमति मिलती है।
जिसमें दिव्यांग विद्यार्थी व उसके अभिभावकों की ओर से बोर्ड परीक्षा में पेपर देने के लिए अलग से एक वीक्षक मिलता है और एक श्रुतलेखक होता है। जिससे विद्यार्थी को पेपर लिखने में सहायता मिल सके। यह दिव्यांग विद्यार्थी व उसके अभिभावक अपने से छोटी कक्षा के विद्यार्थी को रोजाना एक पेपर के १०० रुपए देते हैं जबकि दिव्यांग विद्यार्थी के लिए अलग से वीक्षक को रोजाना एक पेपर के ९० रुपए देने पड़ते हैं।
&बच्चों को पहले बताना होता है वह कौनसी कक्षा का बच्चा परीक्षा के लिए लेकर आ रहा है। बोर्ड की ओर से कोई आर्थिक सहायता नहीं है। नए सत्र से कितने बच्चे है और वित्तीय भार को देखते हुए इन बच्चों को आर्थिक सहायता मिल सकें इसके लिए प्राथमिकता से रखा जाएगा।
नथमल डिडेल, प्रशासक, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड।