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गरीबों के राशन की दोहरी लूट, जिम्मेदारों ने मूंदी आंखें

locationबीकानेरPublished: Jan 23, 2020 01:26:32 pm

Submitted by:

dinesh kumar swami

bikaner news – एक नाम के दोहरे राशन कार्डों से गरीबों का राशन लूटा जा रहा है। इस कारनामे में शहर के कुछ उचित मूल्य दुकानदारों का गिरोह सक्रिय है। ये दुकानदार गरीबों के राशन को बाजार में बेचकर चांदी कूटने में लगे हैं। इसके बावजूद रसद विभाग के अधिकारियों ने आंखें मूंद रखी हैं। दोहरे राशन कार्डों के संबंध में जब राजस्थान पत्रिका ने पड़ताल की तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। जिन उपभोक्ताओं के नाम दोहरे राशन कार्ड बने हुए हैं, उनको राशन वितरण भी अलग-अलग उचित मूल्य दुकानदार कर रहे हैं। एक नाम और पते

गरीबों के राशन की दोहरी लूट, जिम्मेदारों ने मूंदी आंखें

गरीबों के राशन की दोहरी लूट, जिम्मेदारों ने मूंदी आंखें

गड़बड़ी : रसद अधिकारियों की अनदेखी से सरकार को लग रही चपत

उचित मूल्य दुकानदारों की मिलीभगत उजागर

जयभगवान उपाध्याय

बीकानेर.

एक नाम के दोहरे राशन कार्डों से गरीबों का राशन लूटा जा रहा है। इस कारनामे में शहर के कुछ उचित मूल्य दुकानदारों का गिरोह सक्रिय है। ये दुकानदार गरीबों के राशन को बाजार में बेचकर चांदी कूटने में लगे हैं। इसके बावजूद रसद विभाग के अधिकारियों ने आंखें मूंद रखी हैं। दोहरे राशन कार्डों के संबंध में जब राजस्थान पत्रिका ने पड़ताल की तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। जिन उपभोक्ताओं के नाम दोहरे राशन कार्ड बने हुए हैं, उनको राशन वितरण भी अलग-अलग उचित मूल्य दुकानदार कर रहे हैं। एक नाम और पते के बावजूद वर्षों से चल रहे इन राशन कार्डों का खुलासा होने के बाद रसद अधिकारियों की कार्यशैली पर भी अंगुली उठने लगी है।
बीपीएल कार्डों में सेंधमारी

पत्रिका की पड़ताल में सामने आया कि अधिकतर दोहरे राशन कार्ड बीपीएल श्रेणी के बने हुए हैं। बीपीएल कार्डधारकों को प्रति सदस्य पांच किलो गेहूं, चीनी और केरोसिन तेल वितरित किया जाता है। हैरानी की बात यह कि हजारों दोहरे और फर्जी राशन कार्ड निरस्त करने के बावजूद अब भी सैकड़ों फर्जी और दोहरे राशन कार्ड चल रहे हैं।
साइबर क्राइम का कृत्य

वर्तमान में राशन वितरण पोस मशीनों से किया जा रहा है। इस प्रणाली में उपभोक्ता के अंगूठा लगाने के बाद ही राशन वितरण संभव होता है। उधर, देखने में यह आ रहा है कि राशन कार्डों में फर्जी आधार और मोबाइल नम्बर फीड कर गरीबों के राशन पर डाका डाला जा रहा है। जानकारों की मानें तो एक ही नाम के दो राशन कार्ड उसी शर्त पर चल सकते हैं, जब राशन कार्डों में गलत आधार और मोबाइल नम्बर फीड कर रखे हों। इस प्रकार का कृत्य साइबर क्राइम की श्रेणी में आता है।
दोहरे राशन कार्डों पर नजर
केस : 1

डीडू सिपाहियों के मोहल्ले में रहने वाले अब्दुल हकीम के दो राशन कार्ड चल रहे हैं। दोनों से लगातार राशन भी
उठ रहा है। इनका राशन कार्ड संख्या 103401400800 से अप्रेल-2016 से प्रतिमाह 25 किलो गेहूं उठाया जा रहा है। अब्दुल का दूसरा कार्ड संख्या 103401400639 है। उसमें भी 18 नवम्बर, 2016 से हर माह 25 किलो गेहूं उठायाजा रहा है। इन कार्डों से राशन वितरण उचित मूल्य दुकानदार नाजम अली और गणेश सह उप भण्डार ने किया है।
केस : 2
वार्ड 11 निवासी राजू पंडित के कार्ड संख्या 103401116253 और 200004154389 से हर माह तीस-तीस किलो गेहूं का उठाव हो रहा है। राशन वितरण रिकॉर्ड के अनुसार श्याम सुन्दर व महेन्द्र कुमार डिपो से राशन उठाया गया है।
केस : 3
सब्जी मण्डी के पीछे रहने वाले हरसुखराम के नाम भी दो राशन कार्ड बने हुए हैं। इनके कार्ड संख्या 103400117019 और 103400117228 से प्रति माह क्रमश: 35 व 25 किलो गेहूं का उठाव वर्ष 2016 से हो रहा है। दोनों राशन कार्डों के उचित मूल्य दुकानदारों के नाम भैराराम भूटिया और आसू सिंह है।
केस : 4
पाबूबारी के बाहर रहने वाले कालीदास पुत्र हेमन दान के नाम कार्ड संख्या 103401018943 तथा 103401000248 बने हुए हैं। इन्हें उचित मूल्य दुकानदार ओम प्रकाश कड़ेला और आसू सिंह राशन वितरण कर रहे हैं। दोनों राशन कार्ड वर्ष 2016 से प्रभावी हैं।
केस : 5
सोनगिरी कुआं निवासी कालीदास पुत्र भंवर लाल के नाम भी दोहरे राशन का उठाव हो रहा है। इनके कार्ड संख्या 103401400738 तथा 200002018152 से वर्ष 2016से उचित मूल्य दुकानदार गोपाल बिस्सा और ललित कुमार धोबी ने राशन वितरित किया है।
यह बोले जिम्मेदार

दोहरे राशन कार्ड को लेकर लगातार कार्रवाई की जाती है। नियमानुसार इस प्रकार के प्रकरण ध्यान में आने के बाद जांच कर फर्जी राशन कार्ड को बंद कर दिया जाता हे।
यशवंत भाकर, रसद अधिकारी, बीकानेर
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