तहसील के ग्राम भीखनेरां सुलेरां, खोखराणा, खिलेरियां, डूडीवाली, शुभलाई, लखावर, अजीतमाना, कुजटी, खारी, रेखमेघाणा, राजपुराहुडान समेत कई गांवों में पीने के पानी की किल्लत है। लोगों को भीषण गर्मी में पानी के लिए जूझना पड़ रहा है। पानी की किल्लत के कारण मवेशियों की हालत दयनीय बनी हुई है। इसी प्रकार लूणकरनसर कस्बे के कई मोहल्लों व वार्डों में भीषण गर्मी में पर्याप्त जलापूर्ति नहीं होने से जलसंकट की स्थिति बनी हुई है।
कस्बे की मण्डी की आवासीय कॉलोनी, सरस धर्मकांटा के आस-पास का इलाके, नाथों का बास के वार्ड ९, वार्ड १० व वार्ड ११ में पिछले कई दिनों से अपर्याप्त पानी की आपूर्ति होने से लोग पेयजल किल्लत को झेल रहे है। इसके अलावा वार्ड २९, ३०, २४, ३८ व ३२ में भी मोहल्लेवासी पेयजल को तरस रहे है। ग्रामीणों ने बताया कि जल संकट को लेकर विभागीय अधिकारियों को अवगत करवाने के बावजूद सुनवाई नहीं की जा रही है। इससे लोगों में रोष व्याप्त है।
जलदाय विभाग के अधिकारियों की उदासीनता से एक तरफ कालू रोड़ पर रोजाना लीकेज से सैकड़ों लीटर पेयजल व्यर्थ बर्बाद हो रहा है। दूसरी तरफ भीषण गर्मी में पानी के लिए लोग तरस रहे है। पानी के अभाव में कालबेलिया के लोग हर समय पानी ढोने को विवश है।
जलदौद में नहीं कनेक्शन
सुरनाणा. पानी के सरक्षंण के लिए लाखों रुपए की लागत से पांच-छह वर्ष पहले बना जलहौद अब धूल फांक रहा है। क्षेत्र के उत्तमदेसर गांव में जलहौद बने सात साल हो गए लेकिन अभी तक कनेक्शन नहीं हुआ है। ग्रामीणो के अनुसार अधिकारियों की मनमानी से गांव के लोगों को परेशानी हो रही है जिसके चलते लोग परेशान है।
सुरनाणा. पानी के सरक्षंण के लिए लाखों रुपए की लागत से पांच-छह वर्ष पहले बना जलहौद अब धूल फांक रहा है। क्षेत्र के उत्तमदेसर गांव में जलहौद बने सात साल हो गए लेकिन अभी तक कनेक्शन नहीं हुआ है। ग्रामीणो के अनुसार अधिकारियों की मनमानी से गांव के लोगों को परेशानी हो रही है जिसके चलते लोग परेशान है।
यह जलहौद दलित मोहल्ले में बना हुआ है मगर इसमें पानी का कनेक्शन नहीं होने से लोगो को भटकना पड़ रहा है। भाजपा के मण्डल महामंत्री हनुमानमल बैद ने बताया कि कई बार ग्रामीणों ने अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया था फिर भी अधिकारियों ने इस जलहौद में कनेक्शन नहीं करवाया है।