यूं होती है आपूर्ति
तहसील में नलकूपों के माध्यम से ही जलापूर्ति की जाती है। श्रीडूंगरगढ़ सहित नोखा तहसील, पांचू गांव व आसपास के गांवों में जलापूर्ति के लिए ११०० नलकूप है। जिनसे आपूर्ति की जाती है। बीकानेर, खाजूवाला, कोलायत, बज्जू, लूणकनसर सहित आसपास के गांवों में नहरी पानी से आपूर्ति होती है।
तहसील में नलकूपों के माध्यम से ही जलापूर्ति की जाती है। श्रीडूंगरगढ़ सहित नोखा तहसील, पांचू गांव व आसपास के गांवों में जलापूर्ति के लिए ११०० नलकूप है। जिनसे आपूर्ति की जाती है। बीकानेर, खाजूवाला, कोलायत, बज्जू, लूणकनसर सहित आसपास के गांवों में नहरी पानी से आपूर्ति होती है।
बीकानेर शहर में इन दिनों रोजाना १५५ एमएलडी पानी की खपत हो रही है। पूरे शहर में २९ ऊच्च जलाशय है(टंकियां), वहीं शोभासर व बीछवाल में दो जलाशय(झील) है, शहर की प्यास बुझाने के लिए दो फिल्टर प्लांट शोभासर और एक बीछवाल में है। जहां से जल शोधन होने के बाद जलापूर्ति की जाती है।
माकूल है व्यवस्था
शहर व गांव में निर्बाध रूप से जलापूर्ति करने का प्रयास किया जा रहा है। श्रीडूंगरगढ़, नोखा, पांचू व आसपास के गांवों में नलकूपों से पानी दिया जा रहा है। गांवों में ७५ योजनाओं के माध्यम से ४०८ गांवों में नहरी पानी दिया जा रहा है, जिसको फिल्टर करके ही आपूर्ति की जा रही है, सभी गांवों में प्रतिदिन पानी दिया जा रहा है। नहरबंदी नहीं होने से पानी भी मिल रहा है। ऊंचाई वाले ऐसे ३६ गांवों में नलकूप स्वीकृत है, इसी तरह ६६ गांवों ऐसे है, जहां पर भी नई योजनाएं स्वीकृत है।
दीपक बंसल, अधीक्षण अभियंता, बीकानेर जिला
एक-एक दिन अन्तराल से आता हे
श्रीडूंगरगढ़ जिले में पानी की जबदस्त किल्लत है। जलदाय विभाग को कई बार इस समस्या से अवगत कराया है, लेकिन केवल कागजी कार्रवाई ही हो रही है। यहां पर पानी एक दिन छोड़कर एक के अन्तराल से पानी दिया जाता है। पिछले दिनों लोगों ने मटकियां फोड कर विरोध भी किया था, लेकिन पानी की समस्या जस की तस है।
मूलचंद स्वामी, आमजन
श्रीडूंगरगढ़ जिले में पानी की जबदस्त किल्लत है। जलदाय विभाग को कई बार इस समस्या से अवगत कराया है, लेकिन केवल कागजी कार्रवाई ही हो रही है। यहां पर पानी एक दिन छोड़कर एक के अन्तराल से पानी दिया जाता है। पिछले दिनों लोगों ने मटकियां फोड कर विरोध भी किया था, लेकिन पानी की समस्या जस की तस है।
मूलचंद स्वामी, आमजन