बीकानेरPublished: Mar 24, 2019 12:25:55 pm
Vimal Vimal Changani
जीवन क्षणों से बना है तथा एक-एक क्षण जीवन को परिवर्तित कर पूर्ण बनाता है। ऐसे ही उद्गारों से आचार्यश्री तुलसी ने हमेशा प्रेरित किया। नैतिकता का शक्तिपीठ में आकर उन्हें परिवार सा माहौल व आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त हुई। ये विचार नैतिकता का शक्तिपीठ परिसर में शनिवार को आचार्यश्री तुलसी की मासिक पुण्यतिथि पर अणुव्रत दर्शन एवं नशा मुक्ति विषय पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य वक्ता डॉ. चक्रवर्ती नारायण श्रीमाली ने कही। शासनश्री मुनि मणिलालजी स्वामी ने कहा कि व्रत के पोषक भगवान महावीर थे।
‘नशे से होता है जीवन का नाशÓ