पहले साइकिल की जगह नकद राशि
बालिकाओं को स्कूल से जोडऩे के लिए 2014 में साइकिल देने की योजना शुरू की गई थी। उस वक्त साइकिल न देकर नकद राशि दी जाती है। बाद में नकद राशि बंद कर साइकिल खरीद कर दी जाने लगी। जो अभी भी जारी है।
अब पोशाक देने की भी तैयारी
साइकिल, मिड-डे-मिल देने के बाद अब सरकार ने निशुल्क पोशाक देने की भी योजना बनाई है। हालांकि अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि पोशाक किस रंग की होगी या फिर कब तक देंगे। सरकार ने निशुल्क पोशाक देने की घोषणा जरूर कर दी है।
साइकिल, मिड-डे-मिल देने के बाद अब सरकार ने निशुल्क पोशाक देने की भी योजना बनाई है। हालांकि अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि पोशाक किस रंग की होगी या फिर कब तक देंगे। सरकार ने निशुल्क पोशाक देने की घोषणा जरूर कर दी है।
छात्रा संख्या और बढ़ाएंगे
&कोरोना गाइड लाइन के अनुसार विद्यार्थियों को स्कूलों में आना बंद किया हुआ है। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए पहले से शिक्षा विभाग कई योजनाओं को चला रहा है। स्कूल खुलते ही छात्राओं को साइकिल वितरित की जाएगी। एेसा बालिकाओं को स्कूल से आगे की पढ़ाई के लिए जोड़े रखने के लिए भी किया जा रहा है। प्रयास रहेगा छात्राओं का नामांकन और ज्यादा बढ़े।
– सौरभ स्वामी, शिक्षा निदेशक, बीकानेर
यह मिलेगा छात्राओं को
-आठवीं तक की सभी छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल पोशाक मुफ्त मिलेगी।
-कक्षा नवीं में हुई छात्राओं को साइकिल दी जाएगी।
-कक्षा १२वीं तक सभी छात्र-छात्राओं को पाठ्य पुस्तकें मुफ्त।
-प्रवेशिका से बारहवीं बालिकाओं के लिए नि:शुल्क शिक्षा।
-आठवीं तक के छात्र-छात्राओं को पोषाहार का सूखा का राशन।