अध्यक्षता संभागीय आयुक्त हनुमान सहाय मीणा ने की। साथ ही मीणा ने अस्पताल पहुंचने वाले हर मरीज को उचित उपचार, दवा और जांच की पर्याप्त सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने मौसमी बीमारियों के लिए पुख्ता बंदोबश्त करने की हिदायत दी।
पीबीएम अधीक्षक डॉ. पीके बैरवाल ने बताया कि बैठक में अस्पताल में व्यवस्थाओं को सुधारने, मैन पावर बढ़ाने, दवाओं, जांच किटों की खरीद व निर्माण कार्यों के लिए आठ करोड़ का बजट बनाया गया है। यह बजट इन सभी सुविधाओं में खर्च किया जाएगा जो दुकानों के किराए, पर्ची फीस सहित अन्य संसाधनों से जुटाया जाएगा। इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर मीटिंग में प्रस्तुत किए गए, जिन्हें सर्वसम्मति से पारित किया गया।
कियोस्क हटेंगे, दुकान देंगे किराए पर अधीक्षक ने बताया कि मीटिंग में ईएनटी में बने कियोस्क जो नकारा हो चुके हैं, उन्हें हटाया जाएगा। वहीं कैंसर अस्पताल के पास खाली पड़ी दुकान को टैंडर प्रक्रिया के नियमानुसार ही किराए पर दिया जाएगा। पीबीएम अस्पताल परिसर के पार्किंग स्थलों को डवलप किया जाएगा।
बैठक में एसपी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. आरपी अग्रवाल, अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. लियाकत अली गौरी, अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. रंजन माथुर, डॉ. मोहम्मद सलीम, डॉ. देवराज आर्य, डॉ. रेणु अग्रवाल, वित्तीय सलाहकार संजय धवन, वरिष्ठ लेखाधिकार केके गोयल, डबल एओ महेन्द्र गुप्ता आदि उपस्थित थे।
निरीक्षण कर देखी व्यवस्थाएं संभागीय आयुक्त हनुमान सहाय मीणा ने मंगलवार सुबह पीबीएम अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखी। उन्होंनेे मेडिसिन आपातकालीन, ट्रोमा सेंटर आपातकालीन, आईसीयू, जिरियाट्रिक, साइक्रेटिक, शिशु अस्पताल की नर्सरी और सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सफाई व्यवस्था में और सुधार करने के दिशा-निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने अस्पताल और मरीजों के हित में दानताओं का सहयोग लेने की बात कही।