उसके बाद भी प्रशासन किसी की बात सुनने को तैयार नहीं था और मंगलवार सुबह से ही नगर निगम प्रशासन ने भारी पुलिस बल के साथ दुकानों के आगे से कब्जों को हटाने की कार्रवाई शुरू की। फड़ बाजार में बेतरतीब खड़े गाड़ों और दुकानों के आगे करीब तीन-तीन फीट की चौकियां बनाने के कारण बाजार में हर वक्त जाम की स्थिति बनी रहती थी। शाम के समय तो पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता था। चौकियों के आगे सामान रखने तथा फिर ग्राहकों के वाहन खड़े होने के कारण हर वक्त जाम लगा रहता था। चार दिन पहले नगर निगम आयुक्त ने भी दुकानदारों और गाड़ों के साथ समझाइश की थी। उस वक्त भी विरोध हो गया था और दुकानदार मानने को तैयार नहीं हो रहे थे।
सुबह छह बजे ही कार्रवाई शूुरू प्रशासन के समझाने के बाद भी नहीं मानने पर अमला पुलिस जाब्ते के साथ सुबह 6 बजे ही फड़ बाजार जेसीबी लेकर पहुंच गया। दो जेसीबी मशीनों से दुकानों के आगे अतिक्रमण कर बनाई गई चौकियों को तोड़ना शुरू कर दिया। करीब सात घंटे चली कार्रवाई में सभी अतिक्रमण हटाए गए। इस दौरान भारी पुलिस जाब्ता भी तैनात रहा। कार्रवाई के दौरान किसी ने भी विरोध दर्ज नहीं कराया। दोपहर करीब एक बजे तक कब्जों पर जेसीबी का पीला पंजा चलता रहा।मलबे को
समेटने लगे दुकानदार कब्जों को हटाने के बाद दुकानों के आगे पड़े मलबे को हटाने के लिए दुकानदार स्वयं ही लगे रहे। जेसीबी से चौकियों को तोड़ा गया था। इसके बाद मलबा उठाने वाला कोई नहीं था। तब दुकानदार ग्राहकों की सुविधा के लिए स्वयं मलबे को हटाने लगे।
दुकानें रहीं बंद कब्जों को हटाने के दौरान कई दुकानें भी बंद रहीं। जिस-जिस दुकान के आगे से कब्जों को हटाना प्रारंभ किया। उन दुकानों के शटर ऊंचे नहीं हुए। करीब 15-20 दुकाने बंद रहीं और जो खुली थीं। उनके आगे अतिक्रमण का मलबा पड़ा होने के कारण ग्राहकी पर असर रहा।