बुधवार को सुबह दुकानों के खुलने के बाद व्यापारियों ने अपना सामान दुकान के आगे फुटपाठ पर और कहीं कहीं तो उससे आगे भी रख दिया। दोपहर में आई पुलिस ने दुकानदारों को समझाते हुए सामान अंदर रखने की सलाह दी। इसके बाद दुकानदारों ने सामान अंदर रख लिया। साथ ही प्रशासन ने चेतावनी दी कि भविष्य में सामान बाहर रखने पर जब्त कर लिया जाएगा। हालांकि वन-वे होने के बाद से ही दुकानदार प्रशासन से नाराज हैं और अपने प्रतिष्ठान बंद कर जिला कलक्टर तथा संभागीय आयुक्त के पास भी गए, लेकिन वहां पर भी उनकी सुनवाई नहीं हुई। अब दुकानदारों के वाहन रतनबिहारी पार्क में खड़े करने शुरू हो गए हैं।
वाहन उठने का डर
हालांकि केईएम रोड तथा सट्टा बाजार में दुकानों के आगे वाहन खड़ा करने पर ग्राहक भी भयभीत होने लगे हैं।
ग्राहकों को यह डर सता रहा है कि कहीं सामान लेने के लिए वाहन खड़ा करेंगे, तो पुलिस उठाकर ले जाएगी।
फड़ बाजार से फिर हटाए कब्जे नगर निगम ने बुधवार को दूसरे दिन भी फड़ बाजार में कब्जों को हटाने की कार्रवाई की। इस दौरान किसी भी दुकानदार और गाड़े वाले ने कोई विरोध नहीं किया। चार दिन की समझाइश के बाद नगर निगम के दल ने मंगलवार को बड़ी संख्या में चौकियों को हटाकर बाजार को सात फीट तक चौड़ा कर दिया था। दल ने बुधवार को भी कई दुकानों के आगे से चौकियों को जेसीबी से ध्वस्त किया। इस दौरान दुकानदारों तथा आम लोगों की भीड़ जमा हो गई। कब्जे हटाने के दौरान पुलिस बल भी तैनात था।