शाम होते ही तेज हवाएं चलने लगती है। कूलर की हवा भी बेअसर साबित हुई। मटकियों का पानी में भी प्यास बुझाने वाली ठंडक का अभाव रहा। हेलमेट, स्कार्फ एवं कपड़े से ढके चेहरों को भी बेधती रही गर्मी। तेज गर्मी के चलते दोपहर में जनजीवन थम सा गया। आवश्यक कार्य करने के लिए घरों से निकले लोग भी यहां-वहां छाया में आसरा खोजते नजर आए। अधिकतम तापमान ४२.८ डिग्री व न्यूनतम तापमान २९.७ डिग्री सेल्सियस रहा।
खाजूवाला में मंगलवार को पाकिस्तान की सीमा की ओर से अचानक से रेत का गुबार उठा। रेत का गुबार छाने के कारण क्षेत्र में एक बारगी अंधेरा छा गया। अचानक से बदले मौसम के मिजाज को देखकर किसानों की चिंताएं बढ़ गई। अभी खेतों में सरसों में गेहूं की फसल पकाव पर है और कुछ किसानों की फसलें धान मंडी में बिक्री के लिए खुले में पड़ी है। यदि तेज अंधड़ आता है तो किसानों को नुकसान हो सकता है। बार-बार मौसम के बदलते मिजाज को देखकर किसान भी अपने खेतों में व्यस्त नजर आ रहा है। मौसम के बदलते मिजाज से किसान चिंतित नजर आ रहे हैं।
बज्जू क्षेत्र में मंगलवार शाम करीब 6.45 बजे क्षेत्र के आसमान में धूल का गुबार छाने से एक बारगी किसान चिंतित नजर आए। किसानों ने बताया कि इस समय खेतों में फसलों की कटाई हो चुकी है और तेज आंधी आती है तो फसलें उड़ जाएगी। करीब 15 मिनट तक छाए गुबार के बाद हल्की आंधी आई। इससे ज्यादा नुकसान नही हुआ।