गौरतलब है कि गुरुवार सुबह छत्तरगढ़ तहसील क्षेत्र में किसानों की सूझबूझ से आरडी 507 हैड से निकलने वाली रोजड़ी वितरिका में पेड़ गिरने से ओवरफ्लो होकर टूटने से बच गई। इससे आस-पास के चकों के सैकड़ों किसानों को बड़ा नुकसान होते-होते रह गया।
पिछले एक सप्ताह से आंधी चलने से बड़ी संख्या में पेड़ टूटकर नहरों व सड़कों पर गिर गए हैं। गुरुवार सुबह रोजड़ी वितरिका की आरडी 21 पर संसारदेसर के पास भी वितरिका में एक पेड़ गिरने से नहर ओवरफ्लो हो गई तथा टूटने की कगार पर पहुंचे गई।
इस पर किसान हरजीराम जाखड़ के नेतृत्व में किशोर जाखड़, सत्तू आचार्य, छगनलाल जाखड़ सहित अन्य किसानों ने नहर में गिरे पेड़ का निकालने का काम शुरू किया तथा छत्तरगढ़ सिंचाई विभाग को सूचना दी। सहायक अभियंता संजीव वर्मा, कनिष्ठ अभियंता विपिन सिंह व सुपरवाइजर जगदीश शर्मा आदि को नहर पेड़ गिरने व पानी कम करने की सूचना देने पर जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचकर वितरिका में पानी बंद कर जेसीबी से पेड़ का बाहर निकाला।
इस दौरान सिंचाई विभाग ने सुबह 7 से 9 बजे तक करीब तीन घंटे के लिए वितरिका में पानी को बंद रखा गया। पिछले दिनों आवा वितरिका भी मिट्टी नहीं निकालने से ओवरफ्लो होकर टूट गई थी।