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किसानों की सूझबूझ से रोजड़ी नहर टूटने से बची

locationबीकानेरPublished: May 17, 2019 12:58:14 am

Submitted by:

dinesh kumar swami

नहरों की सार संभाल करने में सिंचाई विभाग नहीं दे रहा ध्यान, किसानों में भारी रोष

Farmers avoid knowingly break the canal in Bikaner

Farmers avoid knowingly break the canal in Bikaner

बीकानेर. छत्तरगढ़. इन्दिरा गांधी मुख्य नहर से निकले वाली वितरिकाओं की सिंचाई विभाग की अनदेखी के चलते तहसील क्षेत्र के किसानों को टूटने का डर सताता रहता है। विभाग की अनदेखी पर किसानों में रोष व्याप्त है।
गौरतलब है कि गुरुवार सुबह छत्तरगढ़ तहसील क्षेत्र में किसानों की सूझबूझ से आरडी 507 हैड से निकलने वाली रोजड़ी वितरिका में पेड़ गिरने से ओवरफ्लो होकर टूटने से बच गई। इससे आस-पास के चकों के सैकड़ों किसानों को बड़ा नुकसान होते-होते रह गया।
पिछले एक सप्ताह से आंधी चलने से बड़ी संख्या में पेड़ टूटकर नहरों व सड़कों पर गिर गए हैं। गुरुवार सुबह रोजड़ी वितरिका की आरडी 21 पर संसारदेसर के पास भी वितरिका में एक पेड़ गिरने से नहर ओवरफ्लो हो गई तथा टूटने की कगार पर पहुंचे गई।
इस पर किसान हरजीराम जाखड़ के नेतृत्व में किशोर जाखड़, सत्तू आचार्य, छगनलाल जाखड़ सहित अन्य किसानों ने नहर में गिरे पेड़ का निकालने का काम शुरू किया तथा छत्तरगढ़ सिंचाई विभाग को सूचना दी। सहायक अभियंता संजीव वर्मा, कनिष्ठ अभियंता विपिन सिंह व सुपरवाइजर जगदीश शर्मा आदि को नहर पेड़ गिरने व पानी कम करने की सूचना देने पर जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचकर वितरिका में पानी बंद कर जेसीबी से पेड़ का बाहर निकाला।
इस दौरान सिंचाई विभाग ने सुबह 7 से 9 बजे तक करीब तीन घंटे के लिए वितरिका में पानी को बंद रखा गया। पिछले दिनों आवा वितरिका भी मिट्टी नहीं निकालने से ओवरफ्लो होकर टूट गई थी।
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