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किसानों का महापड़ाव शुरू बड़ी संख्या में हुए शामिल

locationबीकानेरPublished: Sep 02, 2017 11:43:00 am

देश का किसान कर्ज के ब्याज, चक्रवती ब्याज, पेनल्टी के बोझ तले दबा हुआ। किसानों के सभी प्रकार के कर्जो को सरकार माफ करें है।

farmers mahapadav in bikaner
डॉ. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने, किसानों के सभी प्रकार के कर्ज माफ करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर किसानों का अनिश्चितकालीन महापड़ाव शुक्रवार से कर्मचारी मैदान में शुरू हुआ। अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत शुरू हुए महापड़ाव में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में आए किसान शामिल हुए। महापड़ाव के दौरान हुई सभा को सम्बोधित करते हुए सभा के जिलाध्यक्ष गिरधारी महिया ने कहा कि देश और प्रदेश में सरकार की गलत नीतियों के कारण फसलों पर बढ़ती लागत व उपज भाव नहीं मिलने से किसानों की स्थिति दयनीय होती जा रही है।
किसान कर्जे में दबा है। लालचंद भादू ने कहा कि किसानों को उसकी उपज का लागत मूल्य ही नहीं मिल रहा है। देश का किसान कर्ज के ब्याज, चक्रवती ब्याज, पेनल्टी के बोझ तले दबा हुआ। किसानों के सभी प्रकार के कर्जो को सरकार माफ करें है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार की ओर से किसानों की मांगों पर कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की जाती है किसानों का महापड़ाव जारी रहेगा। सचिव जेठाराम लाखूसर के अनुसार महापड़ाव सभा को अनेक वक्ताओं ने सम्बोधित किया।
ये रखी मांगें
महापड़ाव के दौरान वक्ताओं ने जिले में समर्थन मूल्य पर मूंगफली की सरकारी खरीद की तारीख घोषित करने, पशु बिक्री कानून रद्द करने, मोठ, ग्वार व दूध का समर्थन मूल्य घोषित करने, जंगली और आवारा पशुओं से फसलों की सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध करने, कंवरसेन लिफ्ट नहर के तोड़े गए मोघों को दुरस्त करने, सूंई ब्रांच एवं भंडाण लिफ्ट का निर्माण करवाने, जिले को सूखाग्रस्त घोषित कर अकाल राहत कार्य शुरू करने, बूंद-बूंद कृषि श्रेणी में बढ़ाई गई दरें वापस लेने, फसली जिंसों का सरकारी खरीद केन्द्र बारहमासी चालू रखने तथा फसल बीमा मापदण्ड का सरलीकरण करने आदि मांगे रखी।
प्रभारी मंत्री से वार्ता
महापड़ाव के दौरान अखिल भारतीय किसान सभा जिला कमेटी के प्रतिनिधि मंडल ने गिरधारी महिया के नेतृत्व में प्रभारी मंत्री डॉ. रामप्रताप से वार्ता की। महिया के अनुसार वार्ता के दौरान प्रभारी मंत्री के समक्ष किसानों की मांगों को रखा गया व राज्य सरकार स्तर की मांगों के निस्तारण की मांग रखी गई। प्रभारी मंत्री को बताया गया कि जब तक किसानों की मांगों पर कोई सकारात्मक कार्रवाई सरकार की ओर से नहीं की जाती है, तब तक किसानों का अनिश्चितकालीन महापड़ाव जारी रहेगा। इस दौरान लालचंद भादू, भागूराम, हरीराम बाना, नत्थूनाथ सिद्ध, राम प्रताप शर्मा, हरीराम गोदारा, कन्हैया लाल सियाग आदि उपस्थित रहे।
इन्होंने दिया समर्थन
किसानों की ओर से शुरू किए महापड़ाव को जनवादी महिला समिति की सीमा जैन के नेतृत्व में महिलाओं, तथा एसएफआई के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में छात्रों ने, माकपा के जिला सचिव अंजनी कुमार, सीटू के मूलचंद खत्री, खेत मजदूर यूनियन के भेराराम गोदारा आदि ने महापड़ाव व किसानों की मांगों का समर्थन किया।
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