जब तकदमकल पहुंची। तब तक कोजाराम, रामलाल, गोपाल, पूराराम, हीराराम व बुद्धाराम के घरों में 4 छप्पर, 3 झोपड़े व 2 कच्चे मकान जल गए। ग्रामीणों ने बताया कि आग से चार मवेशी झुलस कर मर गए तथा नगदी, आभूषण तथा घरेलू सामान जलकर राख हो गया। पशु चिकित्सक अधिकारी बाडसर वीरेंद्र पुनिया घटना स्थल पर पहुचकर मृत पशुओं का पोस्टमार्टम किया। आग की सूचना मिलने पर बीदासर उपखण्ड अधिकारी श्योराम वर्मा, सांडवा पुलिस व पटवारी त्रिलोकचन्द घटना स्थल पर पहुंचकर नुकसान की जानकारी ली। उपखण्ड अधिकारी श्योराम वर्मा ने पटवारी को पीडि़त परिवारों को सहायता देने के लिए रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए।