पुलिस अधिकारियों ने एहतिहात के तौर पर आरएसी की एक टुकड़ी भी मौके पर बुला ली। बाद में मृत गोवंश को पोस्टमार्टम के लिए पशु चिकित्सालय भिजवाया। वहीं निगम ने क्षेत्र में संचालित तीन विवाह भवनों को नोटिस जारी किया है। जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर में विश्वकर्मा गेट के अंदर विभिन्न गलियों में अचानक कई गोवंश बेसुध होकर गिर पड़े।
एक-एक कर पांच गोवंश की मौत हो गई और चार के मुंह से झाग व पानी निकल रहा था। घटना से क्षेत्र के लोग एकत्र हो गए। लोगों ने पशु चिकित्सालय व नयाशहर पुलिस को सूचना दी। लोगों व पुलिस ने बीमार गोवंश को पशु चिकित्सालय भिजवाया। गोवंश की मौत पर एकबारगी क्षेत्र में तनाव हो गया।
पुलिस अधिकारियों ने आक्रोशित लोगों को समझाकर मामला शांत कराया। इस दौरान नगर निगम उपायुक्त जगमोहन हर्ष, स्वास्थ्य अधिकारी अशोक व्यास, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष अरुण व्यास, पार्षद नरेश जोशी सहित अनेक जनप्रतिनिधि भी मौके पर मौजूद थे।
भवन संचालकों पर कार्रवाई हो
सीआइ ईश्वर प्रसाद जांगिड़ ने बताया कि ईदगाह के पीछे रहने वाले राजेन्द्र पुत्र भतमाल स्वामी ने नयाशहर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उसने बताया कि विश्वकर्मा गेट के अंदर निजी भवनों की लापरवाही के चलते गोवंश की मौत हुई है। भवन प्रशासन की लापरवाही के चलते अपशिष्ट पदार्थ खुले में डाल देते हैं, जिस कारण एक दर्जन से अधिक गोवंश तबीयत बिगड़ गई और कई की मौत हो गई। पुलिस से निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की।
तीन विवाह स्थलों के नाम नोटिस जारी
विश्वकर्मा गेट के अन्दर गोवंश के मरने के बाद हरकत में आए निगम प्रशासन ने तीन विवाह स्थलों के नाम नोटिस जारी किए। आयुक्त प्रदीप के गवांडे ने बताया कि क्षेत्र में माहेश्वरी भवन, नृसिंह गार्डन और सीताराम भवन को नोटिस दिए गए हैं। नोटिस में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करवाने, भवन के कचरे को बाहर सड़क पर नहीं फेंकने के निर्देश दिए गए हैं।
साथ ही जल्द सफाई व्यवस्था दुरुस्त करवाकर निगम को सूचित करने के आदेश दिए गए हैं। आयुक्त ने कहा कि नियमों व आदेश की पालना नहीं करने पर विवाह स्थलों को सीज करने की कार्रवाई भी की जाएगी। वहीं नोटिस में १५ मार्च के बाद की बुकिंग निरस्त करने के आदेश दिए गए हैं।
निगम आयुक्त ने बताया कि शहर में बिना पंजीकरण चल रहे विवाह स्थलों को नोटिस जारी किए जाएंगे। जिन विवाह स्थलों में आग से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं, उनको भी नोटिस दिए जाएंगे।