पुलिस ने तीन किमी पैदल पीछा कर पकड़ा
एसआई भोलाराम के नेतृत्व में गठित टीम ने आरोपी मनोज सियाग की तलाश में उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी, तो उसके बादनूं की रोही में एक परिचित की ढ़ाणी में छिपे होने की सूचना मिली। बाद में ढ़ाणी में दबिश दी गई तो आरोपी पुलिस को देखकर अपनी केम्पर गाड़ी को छोड़कर खेतों में भाग गया। पुलिस ने उसका तीन किमी तक पैदल पीछा करते हुए दबोच लिया। उसे गिरफ्तार कर बिना नंबरी केम्पर को भी जब्त किया गया।
आरोपी ने व्यापारी की फोन पर रोहित से भी करवाई थी बात
घर में घुसकर व्यापारी से रंगदारी वसूलने आए बदमाश मनोज जाट ने पहले अपने मोबाइल से व्यापारी श्याम लाल की कपूरीसर निवासी रोहित गोदारा से उसकी बात करवाई। उसने मनोज कुमार को चार करोड़ रुपए देने के लिए डराया-धमकाया और पैसे नहीं देने पर उसे व परिवार को जान से मार देने तथा मकान को सिलेंडर से उड़ा देने की धमकी दी थी। व्यापारी ने अपने पास रुपए नहीं होने की बात कही, तो रोहित ने फोन काट दिया था। बाद में मनोज सियाग ने उसके साथ मारपीट करते हुए उसे चाकू दिखाकर जान से मारने की धमकी दी थी। उसके साथियों ने आलमारियों को खोलकर सामान इधर-उधर बिखेर दिया था। शोरगुल मचाने पर घर के बाहर व्यापारी के रिश्तेदार व अन्य लोग एकत्रित हो गए थे। पुलिस के आने की भनक लगने पर आरोपी मनोज अपनी बिना नंबरी केम्पर लेकर भाग गया था। जिसकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही थी, आखिरकार शनिवार को वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
यह था मामला
आठ मई को दिनदहाड़े कटला चौक स्थित व्यापारी शिव झंवर के घर में दस बदमाश रंगदारी वसूलने व डकैती करने के लिए घुस गए थे। घर में मिले उसके भाई श्याम लाल झंवर से चार करोड़ की रंगदारी मांगी थी। व्यापारी ने जब इसका विरोध किया तो उसके साथ मारपीट करते हुए चाकू दिखाया और पैसे नहीं देने पर उसके परिवार को जान से मारने व घर को सिलेंडर से उड़ा देने की धमकी दी।
शोर-शराबा सुनकर मोहल्ले के लोग एकत्रित हो गए थे और किसी ने पुलिस को सूचना दी। सीआई ने तुरंत मौके पर पहुंचकर मोनू गैंग के नौ बदमाशों को दबोच लिया था। वहीं, मुख्य सरगना मनोज सियाग को पुलिस के आने की भनक लगते ही वह फरार हो गया था।