देर रात परिजनों की तहरीर के बाद रिपोर्ट
बीछवाल एसएचओ मनोज शर्मा ने बताया कि एक मृतक के परिजन गौरीशंकर ने रिपोर्ट दी है, जिसके आधार पर फैक्ट्री संचालक के खिलाफ गैर इरादन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। शवों का पोस्टमार्टम सोमवार को कराया जाएगा।
बचाने गया और खु दजिंदगी हार गया
मृतक कृष्ण के भाई जितेन्द्र ने बताया कि फैक्ट्री संचालक ने सेफ्टी टैंक को साफ करने के लिए शहर से सफ़ाई कर्मचारियों को बुलाया था। एक के बाद एक करके तीन लोग टैंक में उतरे और वह अचेत हो गए।
उनके साथ कोई अनहोनी होने की आशंका होने पर कृष्ण उनकी मदद करने गया था। वह भी टैंक में उतर गया। न कृष्ण बचा और ना ही उन्हें बचा पाया।
रास्ते में दम टूटा
सीओ सदर पवन कुमार ने बताया कि सेप्टिक टैंक मे सबसे बाद में कृष्ण कुमार उतरा था। उसने शोर मचाया, तब वहां मौजूद अन्य लोगों ने उसे बाहर निकाला। कृष्ण की सांसें चल रही थीं। उसे तुरंत पीबीएम अस्पताल भिजवाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने बाकी तीनों के शवों को बाहर निकाला।
यह अधिकारी पहुंचे
जानकारी के मुताबिक घटना की इत्तला मिलने पर आईजी ओमप्रकाश, जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल, एसपी योगेश यादव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित कुमार, सीओ सदर पवन भदौरिया, बीछवाल थानाधिकारी मनोज शर्मा, जिला उद्योग केन्द्र की महाप्रबंधक मंजू नैण गोदारा मौके पर पहुंकेतर घटनास्थल का जायजा लिया।
जानकारी के मुताबिक घटना की इत्तला मिलने पर आईजी ओमप्रकाश, जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल, एसपी योगेश यादव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित कुमार, सीओ सदर पवन भदौरिया, बीछवाल थानाधिकारी मनोज शर्मा, जिला उद्योग केन्द्र की महाप्रबंधक मंजू नैण गोदारा मौके पर पहुंकेतर घटनास्थल का जायजा लिया।
जितेन्द्र लाया सभी को
घटना के समय जितेन्द्र मौके पर मौजूद था। उसी ने सभी को बाहर निकलवाया और उन्हें पीबीएम अस्पताल लेकर पहुंचा।
फूट-फूट कर रोने लगे परिजन, फैक्ट्री में पसर गया सन्नाटा
सेप्टिक टैंक की सफ़ाई करने के लिए तीन लोग आए थे, वे तीनों एक-एक कर टैंक में उतरे और हादसे का शिकार होते गए। सबसे बाद मे फैक्ट्री में मजदूरी करने वाला कृष्णराम टैंक में सफ़ाई करने वालों की मदद के लिए गया था और वह भी हादसे का शिकार हो गया। हादसे का पता चलने पर फ़ैक्ट्री में काम करने वाले सभी मजदूर वहां जमा हो गए। मजदूरों ने पुलिस को सूचना दी। मृतक कृष्णराम के परिजन भी इसी फैक्ट्री में काम करते हैं। वे फूट-फूट कर रोने लगे। फैक्ट्री में सन्नाटा पसर गया। साथी मजदूर मृतक कृष्ण के परिजनों को ढांढ़स बंधा रहे थे।
घटना के समय जितेन्द्र मौके पर मौजूद था। उसी ने सभी को बाहर निकलवाया और उन्हें पीबीएम अस्पताल लेकर पहुंचा।
फूट-फूट कर रोने लगे परिजन, फैक्ट्री में पसर गया सन्नाटा
सेप्टिक टैंक की सफ़ाई करने के लिए तीन लोग आए थे, वे तीनों एक-एक कर टैंक में उतरे और हादसे का शिकार होते गए। सबसे बाद मे फैक्ट्री में मजदूरी करने वाला कृष्णराम टैंक में सफ़ाई करने वालों की मदद के लिए गया था और वह भी हादसे का शिकार हो गया। हादसे का पता चलने पर फ़ैक्ट्री में काम करने वाले सभी मजदूर वहां जमा हो गए। मजदूरों ने पुलिस को सूचना दी। मृतक कृष्णराम के परिजन भी इसी फैक्ट्री में काम करते हैं। वे फूट-फूट कर रोने लगे। फैक्ट्री में सन्नाटा पसर गया। साथी मजदूर मृतक कृष्ण के परिजनों को ढांढ़स बंधा रहे थे।