मरीजों को यह मिलेगी सुविधाएं
आउटडोर आने वाले तथा वार्डों में भर्ती मरीजों को सभी तरह की दवाइयां एवं जांचें निशुल्क की जाएंगी। साथ ही चिकित्सकों को यह निश्चित करना होगा की मरीजों को हर संभव दवाइयां अस्पताल से ही लिखी जाएं। आवश्यक होने पर ही अन्य दवा नियमानुसार खरीद कर मरीजों को उपलब्ध कराई जाए।
आउटडोर आने वाले तथा वार्डों में भर्ती मरीजों को सभी तरह की दवाइयां एवं जांचें निशुल्क की जाएंगी। साथ ही चिकित्सकों को यह निश्चित करना होगा की मरीजों को हर संभव दवाइयां अस्पताल से ही लिखी जाएं। आवश्यक होने पर ही अन्य दवा नियमानुसार खरीद कर मरीजों को उपलब्ध कराई जाए।
विभिन्न राजकीय चिकित्सालयों में पीपीडी मोड पर संचालित सीटी स्कैन, एमआरआइ एवं डायलिसिस आदि भी मरीजों के निशुल्क की जाएगी। लेकिन संबंधित पीपीपी पार्टनर को रोगी से लिया जाने वाला शुल्क संबंधित चिकित्सा संस्थान द्वारा भुगतान किया जाएगा।
मरीज को लाना होगा परिचय पत्र अपना इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों को राजस्थान का वासी होने के प्रमाण के रूप में जन आधार कार्ड अथवा अन्य दस्तावेज लिए जाएंगे। इसमें लगेगा शुल्क
मरीजों को सभी तरह की जांचें तो निशुल्क हो जाएंगी। लेकिन कुछ सुविधाओं के लिए शुल्क लगेगा। पार्किंग, कैंटीन, कॉटेज वार्ड आदि का शुल्क लिया जाएगा। यह शुल्क राजस्थान मेडिकल रिलीफ सोसाइटी के नियमानुसार यथावत रहेगा।
प्रदेश के बाहर के मरीजों का लगेगा शुल्क राजस्थान में किसी भी सरकारी चिकित्सा संस्थान में अगर कोई मरीज राजस्थान के बाहर का इलाज कराने के लिए आता है, तो उससे शुल्क वसूला जाएगा।
एक माह तक रहेगा ड्राइ-रन फिलहाल यह व्यवस्था एक माह तक ड्राइ-रन रहेगी। इस अवधि में यह देखा जाएगा की क्या-क्या परेशानियां और दिक्कत आ रही है। उनका समाधान कर योजना का औपचारिक प्रारंभ एक मई से किया जाएगा।
मरीजों के लिए बेहतर व्यवस्था सरकार एक अप्रेल से मरीजों के लिए सुविधा प्रारंभ कर रही है, वह बेहतर है। इससे मरीजों को सभी तरह का इलाज तथा जांचे निशुल्क हो सकेंगी। पूर्व में भी कई तरह की जांचें तथा दवाइयां निशुल्क देने की व्यवस्था चल रही है।- डॉ. मोहम्मद सलीम, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज