इन पर असर
जिले में करीब 450 हैक्टेयर क्षेत्र में फलदार पौधों की खेती की हुई है। वर्तमान में तापमान का असर नींबू, मालटा, अनार, मौसमी व अन्य फलों पर विपरीत असर पड़ रहा है। इस समस्या के समाधान की मांग को लेकर काश्तकार कृषि वैज्ञानिकों के पास पहुंच रहे हैं। फलों के अलावा नीम, शीशम सहित छायादार पौधों की पत्तियां भी मुरझा रही हैं।
बागवानी विशेषज्ञ डॉ. इंद्रमोहन वर्मा के अनुसार काश्तकारों को इन दिनों मौसम के लिहाज से पेड़-पौधों में नियमित रूप से पानी देना चाहिए। सिंचाई होती रहेगी तो फल जल्द पकेंगे, इनका विकास होगा। अधिक तापमान फलदार खेती के लिए घातक साबित हो रहा है। आमातौर पर इस मौसम में इतनी गर्मी और तापमान नहीं होता, इस बार ज्यादा तापमान है।