मिट्टी-कुट्टी से बनी आलूजी की प्राचीन व अद्भुत गणगौर प्रतिमाओं का पूजन किया जाएगा।
घर-परिवार की सुख समृद्धि की कामना को लेकर महिलाएं गणगौर प्रतिमाओं को पानी पिलाने, भोग अर्पित करने, खोळा भरना की रस्म निभाएंगी।
गवर-ईसर के साथ भगवान कृष्ण, सिर पर कलश धारण किए गुर्जरनी और भगवान गणेश का प्रतिमाओं का बालिकाएं व महिलाएं पारंपरिक गीत-नृत्य प्रस्तुत करेंगी और उनका पूजन करेंगी।