शाही लवाजमें से निकलेगी सवारी
रियासतकालीन परम्परा अनुसार पूर्व बीकानेर राज परिवार की गणगौर की सवारी सोमवार व मंगलवार को जूनागढ़ से निकलेगी। शाही लवाजमें के साथ गणगौर की सवारी चौतीन कुआ पहुंचेगी। यहां गणगौर को पानी पिलाने और भोग अर्पित किया जाएगा। महिलाएं गणगौर प्रतिमा के समक्ष नृत्य प्रस्तुत करेंगी। कर्नल देवनाथ सिंह के अनुसार जनाना ड्योढ़ी से गणगौर की सवारी पारम्परिक रूप से निकलेगी। इससे पहले जनाना ड्योढ़ी में गणगौर प्रतिमा का श्रृंगार, पूजन होगा।
ढढ्ढा चौक में भरेगा मेला
चांदमल ढढ्ढा की प्राचीन गणगौर का दो दिवसीय मेला सोमवार से शुरू होगा। ढढ्ढा चौक िस्थत चांदमल ढढ्ढा की हवेली में दिनभर गणगौर प्रतिमा के दर्शन का क्रम चलेगा। शाम पांच बजे से गणगौर प्रतिमा चौक में दर्शन के लिए विराजित होगी। यहां बालिकाएं व महिलाएं गणगौर प्रतिमा के समक्ष पारम्परिक घूमर नृत्य प्रस्तुत करेंगी। ढढ्ढा परिवार के सदस्य नरेन्द्र कुमार ढढ्ढा के अनुसार गणगौर के दो दिवसीय मेले की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया है। गणगौर प्रतिमा का पारम्परिक वस्त्र-आभूषणों से श्रृंगार किया गया है। मंगलवार को भी मेला भरेगा।
अष्टमी से चल रहा दर्शन-पूजन का क्रम
पुष्टिकर पुरोहित भादाणी पंचायत ट्रस्ट की प्राचीन गणगौर प्रतिमा का शीातला अष्टमी से दर्शन-पूजन का क्रम चल रहा है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु पुरुष व महिलाएं प्रतिदिन दर्शन-पूजन कर रहे है। लालचंद भादाणी के अनुसार प्रतिदिन गणगौर प्रतिमा के समक्ष गणगौरी गीतों के गायन और नृत्य का क्रम चल रहा है। सोमवार को गणगौर के खोळा भरवाने की परम्परा होगी। मंगलवार को खोळा भरवाने की रस्म के साथ चौतीना कुआ पर पानी पिलाने व दौड की परम्परा होगी।