इस बार 15 और 16 अप्रेल को गणगौर की शाही लवाजमें के साथ सवारी निकलनी थी। परम्परा अनुसार पूर्व राजपरिवार की गणगौर शाही लवाजमें के साथ जूनागढ़ जनाना ड्योढ़ी से चौतीना कुआ तक निकलती है। यहां गणगौर को पानी पिलाने, भोग अर्पित करने की परम्परा का निर्वहन होता है।
तीसरा अवसर जब नहीं निकलेगी सवारी
कोरोना संक्रमण के कारण यह तीसरा अवसर है जब जूनागढ़ जनाना ड्योढ़ी से गणगौर माता की सवारी शाही लवाजमें के साथ नहीं निकलेगी। कर्नल देवनाथ सिंह के अनुसार गणगौर माता की सवारी साल में दो बार निकलती है। वर्ष 2020 में दोनो अवसरों पर कोरोना संक्रमण के फैलाव के कारण नहीं निकली थी। इस बार भी कोरोना संक्रमण के फैलाव के कारण सवारी नहीं निकलेगी। प्रबंधक के अनुसार गणगौरी तीज और चौथ को परम्परानुसार जूनागढ़ में ही मां गवरजा का पूजन, पानी पिलाने और भोग अर्पित करने की परम्परा यथावत रहेगी।