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घर में ही हुआ गणगौर का पूजन, नहीं भरा प्राचीन मेला

locationबीकानेरPublished: Apr 04, 2020 11:08:49 pm

Submitted by:

Ramesh Bissa

बारहगुवाड़ चौक में इस बार ढाई दशक बाद पहली बार आलू महाराज छंगाणी की गणगौर का मेला नहीं भरा।

Gangaur worship done at home, not an ancient fair filled

घर में ही हुआ गणगौर का पूजन, नहीं भरा प्राचीन मेला


बीकानेर.
बारहगुवाड़ चौक में इस बार ढाई दशक बाद पहली बार आलू महाराज छंगाणी की गणगौर का मेला नहीं भरा। शनिवार को महिलाओं ने घर पर ही गणगौर की सभी प्रतिमाओं का पूजन किया। उसके खोळ भरने की रस्म को निभाया। शृंगार सामग्री भेंट कर परिवार में कुशल मंगल की कामना की। ईश्वर छंगाणी के अनुसार यह मेला चार व पांच अप्रैल को बारहगुवाड़ चौक में ही भरना था, इसमें गणगौर की अलग-अलग स्वरूप की प्रतिमाएं चौक में बिठाई जाती थी, जिनके दर्शन कर खोळ भरने की परम्परा है। इसमें भगवान गणेश, कृष्ण, गुर्जरी,गणगौर, ईसर व भाइया की प्रतिमाएं है। यह मिट्टी इत्यादि से निर्मित प्राचीन गणगौर प्रतिमाएं है।
लेकिन इस बार घर में परिवार की महिलाओं ने मास्क लगाकर ही पूजा-अर्चना की।
रविवार को भी घरों में ही पूजन होगा।
.. बारहमासा गणगौर पूजन शुरू
महिलाओं ने लिया उपवास का संकल्प, आज नहीं भरेगा जूनागढ़ में मेला, उपवास की पूर्णाहुति आज
बीकानेर.
बारहमासा गणगौर पूजन शनिवार से शुरू हो गया। महिलाओं ने गणगौर माता की प्रतिमा का शृंगार कर पूजन किया। चूरमा का भोग लगाया। शृंगार की सामग्री भेंट की। भक्ति गीतों से गणगौर को रिझाया। बारहमासा गणगौर पर्व के उपवास रखने के लिए कई घरों में महिलाओं ने संकल्प लिया। परिवार में सुख स्मृद्धि के लिए यह उपवास होता है। पूजन रविवार को भी होगा। इस बार जूनागढ़ में मेला नहीं भरेगा। इस कारण घरों में ही महिलाएं गणगौर का पूजन किया। पिछले साल जिन महिलाओं ने १२ माह का उपवास शुरू किया था। उस अनुष्ठान की पूर्णाहुति रविवार को होगी। घरों में पकवान तैयार कर मां गणगौर के भोग लगाया जाएगा। गणगौर प्रतिमाओं को शृंगार किया जाएगा। महिलाएं गणगौर गीत गाएंगी। गणगौर के बासा लगाया जाएगा। शनिवार को भीतरी परकोटे के कई घरों में गणगौर प्रतिमाओं को घर के आंगन में बिठाया गया।
चल रहा है धींगा गणगौर पूजन
वहीं इन दिनों घरों में धींगा गणगौर का पूजन भी किया जा रहा है। यह बालि गणगौर की विदाई के बाद से शुरू हुआ था। इसकी पूर्णाहुति ११ व १२ अप्रैल को होगी। कई स्थानों पर तृतीय व कई स्थानों पर चतुर्थी पर पूजन की पूर्णाहुति करते हैं, धींगा गणगौर पूजन की पूर्णाहुति पर भी जूनागढ़ में मेला लगता था, जो इस बार संभव नहीं होगा।
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