महिलाओं ने लिया उपवास का संकल्प, आज नहीं भरेगा जूनागढ़ में मेला, उपवास की पूर्णाहुति आज
बीकानेर.
बारहमासा गणगौर पूजन शनिवार से शुरू हो गया। महिलाओं ने गणगौर माता की प्रतिमा का शृंगार कर पूजन किया। चूरमा का भोग लगाया। शृंगार की सामग्री भेंट की। भक्ति गीतों से गणगौर को रिझाया। बारहमासा गणगौर पर्व के उपवास रखने के लिए कई घरों में महिलाओं ने संकल्प लिया। परिवार में सुख स्मृद्धि के लिए यह उपवास होता है। पूजन रविवार को भी होगा। इस बार जूनागढ़ में मेला नहीं भरेगा। इस कारण घरों में ही महिलाएं गणगौर का पूजन किया। पिछले साल जिन महिलाओं ने १२ माह का उपवास शुरू किया था। उस अनुष्ठान की पूर्णाहुति रविवार को होगी। घरों में पकवान तैयार कर मां गणगौर के भोग लगाया जाएगा। गणगौर प्रतिमाओं को शृंगार किया जाएगा। महिलाएं गणगौर गीत गाएंगी। गणगौर के बासा लगाया जाएगा। शनिवार को भीतरी परकोटे के कई घरों में गणगौर प्रतिमाओं को घर के आंगन में बिठाया गया।
वहीं इन दिनों घरों में धींगा गणगौर का पूजन भी किया जा रहा है। यह बालि गणगौर की विदाई के बाद से शुरू हुआ था। इसकी पूर्णाहुति ११ व १२ अप्रैल को होगी। कई स्थानों पर तृतीय व कई स्थानों पर चतुर्थी पर पूजन की पूर्णाहुति करते हैं, धींगा गणगौर पूजन की पूर्णाहुति पर भी जूनागढ़ में मेला लगता था, जो इस बार संभव नहीं होगा।