अब हालात ऐसे बन गए हैं कि स्वर्ण आभूषण विक्रेता भी सोना-चांदी बल्क में लेने से कतरा रहे हैं। इसके पीछे इनकी कीमतों में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव को मुख्य कारण माना जा रहा है।
गिफ्ट उत्पादों की खरीद भी घटी
ईदगाहबारी स्थित स्वर्ण कारोबारी श्रीनारायण सोनी ने बताया कि सोने-चांदी की कीमतों में तेजी के चलते ग्राहक नया उत्पाद नहीं खरीद रहे। यहां तक कि गिफ्ट उत्पादों की बिक्री भी नाममात्र ही हो रही है। श्रीनारायण सोनी बताते हैं कि मार्च में शुरू हुए लॉकडाउन के बाद से ही सोने-चांदी में तेजी का रुख देखने को मिल रहा है। उन्होंने बताया कि सर्राफा बाजार से खरीदार भले ही गायब हो गए हों, लेकिन इनकी बिक्री करने वालों लोगों की संख्या में अचानक तेजी आई है।
बेचवाली में आई तेजी के चलते अब कुछ स्वर्णकारोबारियों ने पुराने स्वर्ण आभूषणों की खरीद करना बंद भी कर दिया है। उन्होंने बताया कि मार्च में सोना जहां 40 हजार रुपए प्रति दस ग्राम था, वहीं अब इसकी कीमत ५७ हजार रुपए तक पहुंच चुका है। वहीं चांदी मार्च में 40-45 हजार रुपए प्रति किलो बिकती थी, लेकिन अब इसकी कीमत भी ७०-७१ हजार रुपए प्रति किलो के आंकड़े को छू चुकी है।
यह कारण आया सामने
स्वर्ण कारोबार संजय बताते हैं कि सोने में तेजी का मुख्य कारण निवेशकों का सोने-चांदी में निवेश को बढऩा माना जा रहा है। उन्होंने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना के चलते जहां शेयर मार्केट में उथल-पुथल के कारण लोगों ने सोने-चांदी में निवेश को सुरक्षित सौदा माना था। दूसरी वजह यूएस में राष्ट्रपति चुनाव और यूएस और चाइना के व्यापारिक रिश्तों में कमजोरी को माना जा रहा है।
मजबूरी का उठा रहे फायदा
सोने-चांदी की तेजी-मंदी का फायदा कुछ स्वर्ण कारोबारी उठाने से भी नहीं चूक रहे। बाजार में सोने-चांदी की कीमतों में तेजी के बावजूद स्वर्ण कारोबारी बाजार दर से सोना-चांदी खरीदने को तैयार नहीं है। कुछ व्यापारी पुराने सोने-चांदी के आभूषण खरीदने की हां तो भर रहे हैं, लेकिन बदले में रुपए देने की बजाय सोने-चांदी के आभूषण देने की बात करते हैं।
अब बैंकों से आस
आरबीआई की ओर से सोने को गिरवी रखने पर 75 फीसदी की बजाय अब 90 फीसदी ऋण देने की घोषणा से सोने को बेचकर अपना काम निकालने वाले लोगों की उम्मीद बंधी है। स्वर्ण आभूषणों को बेचने की सोचने वाले ग्राहक रामलाल शर्मा बताते हैं कि स्वर्ण कारोबारी पूरी कीमत नहीं दे रहे, ऐसे में उन्होंने अब सोने के आभूषणों को सरकारी बैंक में गिरवी रखने का निर्णय लिया है।