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स्वर्ण पदक विजेता जब पहुंचे बीकानेर तो कुछ इस तरह हुआ स्वागत

locationबीकानेरPublished: Jul 13, 2018 08:15:19 am

Submitted by:

dinesh kumar swami

पुष्करणा भवन में विश्व रैंकिंग तीरंदाजी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक लाने के बाद पहली बार बीकानेर आए श्यामसुंदर स्वामी का नागरिक अभिनंदन किया।

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बीकानेर. शहर की विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं ने गुरुवार को पुष्करणा भवन में विश्व रैंकिंग तीरंदाजी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक लाने के बाद पहली बार बीकानेर आए श्यामसुंदर स्वामी का नागरिक अभिनंदन किया। इसमें खेल संघों से जुड़े लोग, शिक्षा साहित्य व सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी भी शामिल थे।
समारोह में मुख्य अतिथि नगर विकास न्यास के अध्यक्ष महावीर रांका ने स्वामी को आश्वस्त किया कि अब उन्हें किसी भी उपकरण की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। भाजपा नेता विजय मोहन जोशी ने हर संभव सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि उपकरणों के लिए विशेष सहायता दी जाएगी। राजस्थान तीरंदाजी संघ के पूर्व उपाध्यक्ष राजेंद्र जोशी ने आगामी प्रतियोगिताओं की जानकारी दी।
शहर जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव आनंद जोशी, यूथ कांग्रेस लोकसभा क्षेत्र अध्यक्ष अरुण व्यास, टाइगर यूनियन के युधिष्ठिर सिंह भाटी भी मौजूद रहे। तीरंदाजी प्रशिक्षक अनिल जोशी ने बताया कि श्यामसुंदर 18 व 19 जुलाई को एशियाई खेलों की ट्रायल में भाग लेंगे। समारोह में टाइगर यूनियन की ओर से श्याम सुंदर के पिता का भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

बीकानेर के साथ सौतेला व्यवहार
श्यामसुन्दर ने कहा कि राज्य सरकार हर साल राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद जयपुर को उपकरण के लिए लाखों रुपए देती है। परिषद उपकरण खरीदती भी है, लेकिन बीकानेर के खिलाडि़यों को आज तक उपकरण नहीं मिले है। यहां से कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी निकल चुके है। अगर यहां के खिलाडि़यों को उपकरण मिलें तो वे पदक पर निशाना लगा पाएंगे। श्यामसुन्दर ने बताया कि वे ९ साल से तीरंदाजी खेल रहे है।
घर व परिवार में परेशानियों के बावजूद उन्होंने मेहनत करके सफलता प्राप्त की है। वे साल २०२० में टोक्यो में होने वाले एशियाई तीरंदाजी कप में भारत को पदक दिलाने का प्रयास करेंगे। श्यामसुन्दर के पिता भगवानदास व्यापारी व माता गवरती देवी गृहिणी है। श्यामसुन्दर ने बताया कि उनके पिता ने सब्जी का ठेला लगाकर उन्हें तीरंदाजी के ंउपकरण दिलाएं है। इससे उन्होंने विश्व तीरंदाजी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता है।
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