शिक्षक भर्ती में एपीआइ स्कोर के आधार पर ही अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। अब तक एपीआइ स्कोर में हाई स्कूल और इंटरमीडिएट के अंक भी जोड़े जाते थे। पिछले दिनों हुई शिक्षक भर्ती में भी एपीआइ स्कोर में हाई स्कूल एवं इंटर के अंक जोडऩे के बाद ही अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था। अब नई व्यवस्था के तहत हाईस्कूल और इंटर के अंक एपीआइ स्कोर में शामिल नहीं किए जाएंगे। कॅरियर काउंसलर डॉ. चन्द्रशेखर श्रीमाली ने बताया कि नई भर्ती प्रक्रिया में अभ्यर्थियों को लाभ मिलेगा और उन्हें रोजगार पाने में आसानी होगी।
एसे होगा अंकों का निर्धारण स्नातक : ८० फीसदी से अधिक अंक पाने पर अधिकतम १५ अंक, ६० से ८० फीसदी पर १३, ६० से ५५ फीसदी पर १० और ५५ से ४५ फीसदी पर अभ्यर्थी को पांच अंक मिलेंगे।
स्नातकोत्तर : ८० फीसदी से अधिक प्राप्तांकों पर २५ अंक, ८० से ६० फीसदी पर २३ अंक,
६० से ५० फीसदी पर २० अंक मिलेंगे। एमफिल-पीएचडी : पीएचडी करने पर ३० अंक और एमफिल में ६० फीसदी से अधिक अंक पाने पर सात अंक एवं ६० से ५५ फीसदी नंबर तक पांच अंक मिल सकेंगे।
जेआरएफ, नेट, स्लेट-सेट : जेआरएफ के लिए सात, नेट के लिए अधिकतम पांच और स्लेट-सेट के लिए तीन अंक होंगे। शोध प्रकाशन : अधिकतम पांच शोध प्रकाशन ही मान्य होंगे। एक शोध प्रकाशन के लिए दो अंक और कुल पांच के लिए १० अंक मिलेंगे।