श्रद्धालुओं ने संत-महात्माओं से आर्शीवाद प्राप्त किया। शिष्यों ने अपने गुरुओं के चरणों का कुमकुम, चंदन, अक्षत, पुष्प आदि से पूजन कर श्रीफल, ऋतु फल, वस्त्र, प्रसाद, नकद राशि भेंट की। इस बार दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा पूजन-उत्सव मनाया जा रहा है। शनिवार को भी गुरु आश्रमों सहित मठों, बगीचियों में गुरुओं की चरणा वंदना की जाएगी।
समाधियों का पूजन
गुरु पूर्णिमा पर नत्थूसर बास स्थित नवलनाथ बगीची में योगी शिवसत्यनाथ महाराज के सानिध्य में संत-महात्माओं की समाधियों का अभिषेक-पूजन कर आरती की गई। यहां श्रद्धालुओं ने कतारों में लगकर योगी शिवसत्यनाथ महाराज की चरण वंदना कर आर्शीवाद प्राप्त किया। वहीं जीवणनाथ महाराज की बगीची में अभिषेक-पूजन का आयोजन हुआ। गींडा महाराज के अनुसार पंडित हरि पुरोहित के सान्निध्य में जीवणनाथ महाराज की समाधि और चरण पादुकाओं का पूजन कर आरती की गई। इस अवसर पर शिव महिम्न और रूद्राभिषेक आयोजन हुआ।