शिक्षा विभाग की इस गफलत से परीक्षा शुरू होने के एन वक्त परेशानी खड़ी हो गई। मंगलवार को दसवीं का राजस्थान अध्ययन विषय का पेपर था । स्कूल प्रबन्धन ने बाजार से फोटोकॉपी करवाकर विद्यार्थियों का यह पेपर कराया।
स्कूल शिक्षा में वार्षिक और अर्दवार्षिक समान परीक्षा व्यवस्था प्रभावी है। शिक्षण संस्था से प्रति पेपर तय शुल्क लेकर छात्र संख्या के अनुरूप सील लिफाफों में पेपर उपलब्ध कराए जाते है। प्रिंटिंग प्रेस को तय संख्या के पेपर छापकर देने का टेंडर होता है। लेकिन विभाग की गफलत के चलते पुरे पेपर स्कूलों तक नहीं पहुचते। दियातरा ताज़ा उदाहरण हमारे सामने है।