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बीकानेर

पौधरोपण से प्रकृति और पर्यावरण का संरक्षण

हरयाळो राजस्थान – अश्व अनुसंधान केन्द्र में पौधरोपण के लिए रहा उत्साह
 

बीकानेरAug 05, 2021 / 09:56 am

Vimal

पौधरोपण से प्रकृति और पर्यावरण का संरक्षण

पौधरोपण से प्रकृति और पर्यावरण का संरक्षण

बीकानेर. राजस्थान पत्रिका अभियान ‘हरयाळो राजस्थानÓ के अन्र्तगत शहर में पौधरोपण अभियान जारी है। बुधवार को राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र और मुक्ति संस्थान के सहयोग से अश्व अनुसंधान केन्द्र परिसर में पौधरोपण किया गया। इस दौरान केन्द्र अधिकारियों, कर्मचारियों सहित संस्थान पदाधिकारियों व विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों ने उत्साह के साथ पौधे लगाए।

पौधरोपण की शुरुआत मुख्य अतिथि समाजसेवी डॉ. नरेश गोयल, केन्द्र प्रभारी डॉ. शरत मेहता, निगम उप महापौर राजेन्द्र पंवार और मुक्ति संस्था सचिव राजेन्द्र जोशी ने की। कार्यक्रम संयोजक एडवोकेट महेन्द्र जैन व पूर्ण चंद राखेचा के अनुसार इस अवसर पर 250 पौधों का रोपण किया गया है। परिसर स्थित हर्बल पार्क के पास पौधरोपण कार्यक्रम में साहित्यकार राजाराम स्वर्णकार, रेडक्रॉस सोसायटी सचिव विजय खत्री, बीकानेर महिला मंडल स्कूल प्रबंध निदेशक गजेन्द्र सिंह राठौड़, समाजसेवी दीपेन्द्र सोनी सहित अश्व अनुसंधान केन्द्र के अधिकारी, कर्मचारियों सहित विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों ने पौधे लगाए।

 

पौधरोपण आज की सबसे बड़ी जरूरत

मुख्य अतिथि डॉ. गोयल ने कहा कि अधिक से अधिक पौधे लगाना आज की सबसे बड़ी जरूरत है। राजस्थान पत्रिका सामाजिक सरोकार के तहत हरयाळो राजस्थान के माध्यम से पौधरोपण के साथ पौधों की देखभाल के लिए लोगों को जागरूक कर रहा है। अश्व अनुसंधान केन्द्र प्रभारी डॉ. शरत मेहता ने कहा कि पौधरोपण से प्रकृति और पर्यावरण सुरक्षित और संरक्षित रहते हैं। उप महापौर राजेन्द्र पंवार ने कहा कि कोरोनाकाल में पौधरोपण जैसे कदम उठाना जरूरी हो गया है। मुक्ति संस्था सचिव राजेन्द्र जोशी ने कहा कि पौधरोपण पुनीत कार्य है। इसका लाभ पीढि़यों तक मिलता है। एडवोकेट महेन्द्र जैन ने आभार व्यक्त किया।

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