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हार्ट हॉस्पिटल : नौ साल बाद भी नहीं मिला कॉर्डियक सर्जन

locationबीकानेरPublished: Apr 17, 2019 11:20:05 am

Submitted by:

dinesh kumar swami

बीकानेर. पीबीएम अस्पताल से संबद्ध हल्दीराम मूलचंद कार्डियो वेसक्युलर एंड रिसर्च सेंटर (हार्ट हॉस्पिटल) को नौ साल बाद भी कार्डियक सर्जन चिकित्सक नहीं मिला है।

Heart Hospital: No cordial surgeon found even after nine years

हार्ट हॉस्पिटल : नौ साल बाद भी नहीं मिला कॉर्डियक सर्जन

बीकानेर. पीबीएम अस्पताल से संबद्ध हल्दीराम मूलचंद कार्डियो वेसक्युलर एंड रिसर्च सेंटर (हार्ट हॉस्पिटल) को नौ साल बाद भी कार्डियक सर्जन चिकित्सक नहीं मिला है। हालत यह है कि यहां उधारी के चिकित्सकों से काम चलाना पड़ रहा है। जब से अस्पताल शुरू हुआ है, तब से डॉ. नरेश त्रेहान की टीम बाइपास सर्जरी करने के लिए हर माह बीकानेर आती है। इमरजेंसी में मरीजों को बाइपास कराने के लिए जयपुर रेफर करना पड़ रहा है।अस्पताल सूत्रों के अनुसार यहां मरीजों का भार बढ़ा है, लेकिन स्टाफ नहीं बढ़ पाया। आउटडोर में रोजाना आने वाले मरीजों की संख्या ९०० तक पहुंच गई है। वहीं हर दिन ३०-३५ मरीज भर्ती होते हैं। ऐसे में सीनियर चिकित्सकों व उनके सहयोगियों को अतिरिक्त समय काम करना पड़ता है।
कैथलैब मशीन खराब
यहां स्थापित कैथलैब मशीन की कार्यावधि साल 2017 में पूरी हो गई। अब यह मशीन आए दिन खराब हो जाती है, जिससे मरीजों को परेशान होना पड़ता है। नई मशीन खरीदने की प्रक्रिया काफी समय से चल रही है, लेकिन कोई प्रगति नहीं हो रही। मशीन की कीमत करीब चार करोड़ रुपए है।
यहां ये हैं सुविधाएं
हार्ट हॉस्पिटल में फिलहाल एंजियोग्राफी जांच से लेकर बायपास सर्जरी तक की सुविधा है। कोरोनरी एंजियोप्लास्टी, स्टंटिंग, बैलून वेल्वोप्लास्टी, पल्मनरी एंड ट्राइक्युस्पिड वाल्व के ऑपरेशन, परमानेंट पेसमेकर इंस्टालेशन, एमसीआर, एवीआर, कैब जी, एएसडी, वीएसडी, पीडी, क्लोजर आदि सर्जिकल प्रोसिजर यहां हो रहे हैं। यहां बाइपास का खर्च 70 से 80 हजार है, जबकि दूसरी जगह १.५० से तीन लाख रुपए तक खर्चा आता है। लेकिन इन सुविधाओं का फायदा मरीजों को अव्यवस्थाओं के कारण नहीं मिल रहा है।
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