यहां स्थापित कैथलैब मशीन की कार्यावधि साल 2017 में पूरी हो गई। अब यह मशीन आए दिन खराब हो जाती है, जिससे मरीजों को परेशान होना पड़ता है। नई मशीन खरीदने की प्रक्रिया काफी समय से चल रही है, लेकिन कोई प्रगति नहीं हो रही। मशीन की कीमत करीब चार करोड़ रुपए है।
हार्ट हॉस्पिटल में फिलहाल एंजियोग्राफी जांच से लेकर बायपास सर्जरी तक की सुविधा है। कोरोनरी एंजियोप्लास्टी, स्टंटिंग, बैलून वेल्वोप्लास्टी, पल्मनरी एंड ट्राइक्युस्पिड वाल्व के ऑपरेशन, परमानेंट पेसमेकर इंस्टालेशन, एमसीआर, एवीआर, कैब जी, एएसडी, वीएसडी, पीडी, क्लोजर आदि सर्जिकल प्रोसिजर यहां हो रहे हैं। यहां बाइपास का खर्च 70 से 80 हजार है, जबकि दूसरी जगह १.५० से तीन लाख रुपए तक खर्चा आता है। लेकिन इन सुविधाओं का फायदा मरीजों को अव्यवस्थाओं के कारण नहीं मिल रहा है।