बीकानेर और इसकी करीब ढाई सौ किलोमीटर परिधि में सुबह १०.३६ बजे भूकम्प के झटके महसूस किए गए। इस दौरान शहर में कई लोगों के घरों की खिड़कियां, दरवाजे, पंखे, पलंग हिलते लिख तो किसी को छत में कंपन महसूस हुआ। कंपन महसूस होते ही लोग घरों से बाहर आ गए। करीब आधे घंटे तक लोग सड़कों पर ही रहे। भूकंप से कई मकानों में दरारें भी आ गई, लेकिन जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है।
दिनभर रही चर्चा
शहर में भूकंप की दिनभर चर्चा रही। शहरवासी कई कार्यालयों, पुलिस अथवा समाचार पत्र के कार्यालयों में फोन कर भूकंप की जानकारी लेते नजर आए। सोशल मीडिया पर भी वायरल होता रहा कि भूकम्प के और झटके आ सकते हैं।
दूर था केन्द्र
मौसम विभाग के अनुसार पहली बार भूकम्प का केन्द्र बीकानेर से १० किलोमीटर पूर्व में १० किमी जमीन के नीचे रहा। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता ४.५ रही। भूकम्प का असर जयपुर तक तथा पाकिस्तान के बहावलपुर क्षेत्र तक रहा। बीकानेर के पास जयमलसर में भी झटके महसूस किए गए।
राजकीय डूंगर महाविद्यालय के भूगर्भशास्त्र के व्याख्याता डॉ. सतीश कौशिक व डॉ. शिशिर शर्मा ने बताया कि बीकानेर में पहली बार भूकंप का अधिकेन्द्र होना क्षेत्र की भूगर्भीय हलचल के संकेत देता है। इस भूकंप का फोकस दस किलोमीटर की गहराई पर माना गया है, जो उथले भूकंप को बताता है।