350 बंदी रख रहे व्रत
कारागार में 350 बंदी व्रत रख रहे हैं। इन बंदियों का सहयोग करीब 90 मुस्लिम बंदी कर रहे हैं। जेल प्रशासन भी व्रत रखने वाले बंदियों का ख्याल रखने में पीछे नहीं है। जेल प्रशासन स्वयंसेवी संगठनों के मार्फत व्रत रखने वाले महिला-पुरूष बंदियों को दूध, फल, उबले हुए आलू और पूजा पाठ की सामग्री उपलब्ध करा रहा है। केन्द्रीय कारागार में बंद मुस्लिम महिला और पुरुष बंदियों ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भी व्रत रखा था।
जेल का माहौल है बदला-बदला सा
बीते एक साल से कारागार का माहौल बदला – बदला सा है। कारागार में बंदियों के लिए विभिन्न संगठनों एवं नाबार्ड व इग्नू के सहयोग से योग, सिलाई कढाई, कंप्यूटर आदि का प्रशिक्षण शिविर चलाया जा रहा है। बंदियों के लिए कारागार में संचालित पुस्तकालय भी बंदियों को सुकून दे रहा है। समय-समय पर बंदियों के लिए श्रीमदभागवत कथा, श्रीराम कथा, ओशो ध्यान शिविर, योग शिविर समेत अन्य आयोजन किए जाते हैं, जिसमें हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के बंदी भाग लेते हैं।