किस समय रहेगा श्रेष्ठ मुहूर्त
इस दौरान ज्योतिष शास्त्र एवं धार्मिक निर्णय ग्रंथ धर्म सिंधु, निर्णय सिंधु, जयसिंह कल्पद्रुम, काल निर्णय काल माधव आदि शास्त्रीय धर्म ग्रंथों अनुसार भद्रानिशीथ काल तक होने के कारण भद्रा के पांच अंगों में से मुख के समय को छोड़कर प्रदोष काल में और भ्रदा के पुच्छकाल में होलिका दहन के श्रेष्ठ मुहूर्त पर चर्चा की गई। पंडित किराडू के अनुसार इस दिन प्रदोष काल शाम 6.43 बजे से रात्रि 9.08 बजे तक रहेगा और भ्रदा का पुच्छकाल समय रात्रि 9.01 बजे से रात्रि 10. 13 बजे तक रहेगा। धर्मशास्त्र निर्देशानुसार इस समय में होलिका दहन श्रेष्ठ रहेगा।
1 बज कर नौ मिनट बाद भी दहन
पंडित किराडू के अनुसार मध्यरात्रि बाद 1.09 बजे भद्राकाल की समाप्ति के बाद भी होलिका दहन किया जा सकता है। होली के दिन माला घोलने के लिए दोपहर 1.30 बजे से पहले श्रेष्ठ समय रहेगा। चर्चा में पंडित जुगल किशोर ओझा, पंडित राजेन्द्र किराडू, पंडित अशोक किराडू,पंडित नारायण दत्त, पंडित मोरसा, पंडित किशन ओझा, पंडित शंकर ओझा आदि उपिस्थत रहे।