होटल-धर्मशालाओं के बंद होने से यहां भुजिया-पापड़ और रसगुल्लों का कारोबार भी प्रभावित हो रहा है। वहीं सिरेमिक इकाइयां, सौर ऊर्जा प्लांट का काम देखने वाले इंजीनियर और मालिक भी रात्रि ठहराव की परेशानी के चलते नहीं आ रहे है।
75 होटलें पंजीकृत बीकानेर शहर में 75 होटलें पंजीकृत है। इसके साथ ही कई गेस्ट हाउस और छोटे लॉज चल रहे है। शहर की 8-10 होटलों को क्वॉरेंटाइन सेंटर घोषित किया हुआ है। इनमें प्रवासी नागरिकों में कोरोना लक्षण दिखने पर उन्हें क्वॉरंटीन किया जाता है। होटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बीकानेर जिला प्रशासन को कई बार ज्ञापन देकर शहर की कुछ होटलों को चिन्हित कर खोलने देने की मांग की है। पदाधिकारियों को अब 31 मई के बाद लॉकडाउन को लेकर जारी होने वाली एडवाइजरी का इंतजार है।
चाहकर भी नहीं कर पाते मदद बीकानेर में आने वाले व्यापारियों और मरीजों की चाहकर भी सेवा नहीं कर पा रहे। लॉकडाउन में होटल व्यवसाय को शुरू करने की अनुमति नहीं मिली है। हालांकि इस संबंध में जिला प्रशासन को ज्ञापन दिया है। विदेशों से आने वाले नागरिकों के लिए भी हमने जिला प्रशासन को करीब ४० होटलों की सूची सौंप दी है। प्रशासन को चाहिए कि जयपुर की तर्ज पर बीकानेर में भी कुछ होटलों को चिन्हित दूर-दराज से आने वाले व्यापारियों और मरीजों को ठहरने की सुविधा प्रदान की जानी चाहिए।
मोहम्मद सलीम सोढ़ा, अध्यक्ष होटल उद्योग उत्थान संस्थान, बीकानेर
सकारात्मक पहल की जाएगी
बाहर से आने वाले मरीजों व व्यापारियों के ठहरने के संबंध में जरूर समस्या आ रही होगी। इस संबंध में जल्द ही सकारात्मक पहल कर व्यापारियों और मरीजों को राहत दी जाएगी।
बाहर से आने वाले मरीजों व व्यापारियों के ठहरने के संबंध में जरूर समस्या आ रही होगी। इस संबंध में जल्द ही सकारात्मक पहल कर व्यापारियों और मरीजों को राहत दी जाएगी।
कुमार पाल गौतम, जिला कलक्टर बीकानेर