दो वर्षीय पाठ्यक्रम
जानकारी के मुताबिक, डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन दो वर्षीय पाठ्यक्रम है। राज्य के 33 सरकारी डाइट्स संस्थानों तथा 339 निजी शिक्षण प्रशिक्षण संस्थानों में करीब 25 हजार सीटों पर प्रवेश किया जाता है। इस दो वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम में 12 वीं में 50 फीसदी अंक वाले सामान्य वर्ग के तथा आरक्षित वर्ग के 45 फीसदी अंक प्राप्त अभ्यर्थियों को प्रवेश परीक्षा के माध्यम से मेरिट के आधार पर प्रवेश मिलता है। डीएलएड करने के बाद अध्यापक लेवल प्रथम के पद के लिए योग्य माने जाते हैं। इस बार ये प्रवेश परीक्षा सितंबर में आयोजित होने की संभावना है। अभी तिथियों की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन इस बार सीबीएसई की सीनियर कक्षाओं के परिणाम जुलाई में आने के कारण प्री-डीएलएड परीक्षा देरी से आयोजित की जा रही है।
सत्र गड़बड़ाने की आशंका
हर वर्ष प्री-डीएलएड परीक्षाएं मई-जून में आयोजित की जाती हैं। पिछले दो सत्रों से कोरोना की वजह से भी पिछले सत्रों में डीएलएड परीक्षाओं में देरी हो चुकी है। ऐसे हालात को देखते हुए माना जा रहा है कि प्रवेश परीक्षा के बाद डिप्लोमा में प्रवेश में देरी होने से इस बार भी सत्र के गड़बड़ाने की आशंका बनी हुई है।