नहरबंदी के बाद किल्लत की स्थिति नहीं हो इसके लिए जलदाय विभाग एक-एक दिन के अन्तराल से जलापूर्ति करेगा। गांवों में भी पानी की आपूर्ति इसी व्यवस्था के आधार पर की जाएगी। गौरतलब है कि गर्मी के साथ ही पानी की खपत भी बढ़ जाएगी।
इंदिरा गांधी नहर परियोजना के अतिरिक्त मुख्य अभियंता (रेगुलेशन) केएल जाखड़ ने बताया कि राजस्थान के हिस्से में २५ किमी तक के क्षेत्र में नहर की री-लाइनिंग, किनारों की मरम्मत व अन्य काम कराए जाएंगे। इसमें ६१२ से ६४० आरडी लाइन, ६६८ से ६७१ लाइन पर मरम्मत कार्य होने हैं। इसी तरह मुख्य नहर पर मरम्मत का कार्य होगा। मरम्मत कार्य में करीब ९० करोड़ रुपए की लागत आएगी। नहरबंदी में एक माह की अवधि के दौरान पीने का पानी भी नहीं मिलेगा।