गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ तथा भगवान गणेश के जयकारों के बीच गणेश प्रतिमाओं का गुरुवार को सागर स्थित सरोवर जल में विसर्जन किया गया।
इस दौरान श्रद्धालु गणेश प्रतिमाओं को गाजे-बाजे के साथ लेकर पहुंचे। ढोल-नगाड़ों व नाचते-गाते पहुंचे श्रद्धालुओं ने अबीर-गुलाल लगाकर खुशियां मनाई। शोभायात्रा एवं विभिन्न साधनों से प्रतिमाओं को सरोवर पर लेकर पहुंचे श्रद्धालुओं में बच्चों से लेकर बुजुर्ग व बालिका-महिलाएं शामिल रहीं।
गणेश चतुर्थी के दिन से पूजी जा रही इन प्रतिमाओं के विसर्जन से पूर्व घरों तथा मोहल्लों में हवन-पूजन तथा महाआरती हुई। पारम्परिक रूप से पूजन-आरती कर गजानन्द को विदाई दी गई व घर-परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की गई।
वहीं दस दिवसीय गणेश पूजन महोत्सव की पूर्णाहुति पर अनन्त चतुर्दशी के दिन भी गणेश प्रतिमाओं का पवित्र सरोवरों में विसर्जन किया जाएगा
शोभायात्रा एवं विभिन्न साधनों से प्रतिमाओं को सरोवर पर लेकर पहुंचे श्रद्धालुओं में बच्चों से लेकर बुजुर्ग व बालिका-महिलाएं शामिल रहीं।
श्रद्धालुओं ने मोदक का भोग लगाया। हनुमान हत्था स्थित बारह महादेव मंदिर में गणपति का फूलों से शृंगार किया गया। मंदिर के पुजारी पंडित आशीष शर्मा ने बताया कि रविवार को सजीव झांकी सजाई जाएगी।