नगर परिषद व जलदाय विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते यहां शंकर मिल कॉलोनी व भारत मिल के वाङ्क्षशदों को दो माह से पानी की किल्लत से जूझना पड़ा रहा है। कॉलोनी में दो माह से जलापूर्तिनहीं की जा रही।
जलदाय विभाग के अधिकारी नगर परिषद की ओर से चल रहे कुशाललेक कार्य का हवाला दे जलापूर्ति में असमर्थता जता रहे हैं। वहीं नगर परिषद के अधिकारी कुशाललेक का प्रथम फेज का कार्य पूर्ण होने से एक पखवाड़े से कार्य बंद होने की बात कह रहे हैं।
कॉलोनीवासियों ने बताया कि काफी जदï्दोजहद के बाद जलदाय विभाग की ओर से एक वर्ष पूर्व कॉलोनी में नई पाइप लाइन डाली गई थी। इससे जलापूर्ति भी शुरू की गई। इससे क्षेत्रवासियों को काफी राहत मिली, लेकिन नगर परिषद की ओर से कुशाललेक की चारदीवारी के निर्माण कार्य के चलते जलापूर्ति रोक दी गई।
जलदाय विभाग के अधिकारियों का कहना था कि खुदाई के दौरान पाइप लाइन के नीचे से मिटï्टी खिसक गई ऐसे में पाइप लाइन अधर में ही रह गई। जलापूर्ति के दौरान पाइप लाइन पर दबाव बढ़ेगा, इससे पाइप लाइन टूट भी सकती है। जलदाय विभाग की ओर से जलापूर्ति को बंद कर दी गई, लेकिन जलापूर्ति के अन्य कोई प्रबंध नहीं किए।
बिल की राशि देनी होगी पूरी
इधर कॉलोनीवासियों ने बताया कि पानी की आपूर्ति नहीं होने के बावजूद जलदाय विभाग की ओर से बिल पूर्व की भांति ही भेज जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से हर बार औसत उपभोग की ओर से बिल भेजे जाते हैं। इस बार नए टेरिफ के अनुसार बिलों की राशि में भी बढ़ोतरी की गई है। लोगों ने बताया कि जलदाय विभाग के अधिकारियों को भी दो माह से जलापूर्ति नहीं होने की भलीभांति जानकारी है। बावजूद इसके बिल भेजे जा रहे हैं।
मिटï्टी भरने के बाद होगी जलापूर्ति
कुशाललेक के कार्य के चलते जलापूर्ति नहीं की जा रही थी। कार्यपूर्ण हो गया है। अब नगर परिषद अभियंताओं से मिटï्टी भरवाने को कहा है। मिटï्टी भरने के बाद फिर से जलापूर्ति शुरु कर देंगे।
प्रदीप मीणा, सहायक अभियंता, जलदाय विभाग, गंगापुर सिटी।
कर सकतें है जलापूर्ति
कुशाललेक का प्रथम फेज का कार्य पूर्ण हो चुका है। जलदाय विभाग को जलापूर्ति बंद करने के लिए कभी भी नहीं कहा गया। वे चाहे जब जलापूर्ति शुरू कर सकते हैं।
नरेन्द्र गुप्ता, सहायक अभियंता, नगर परिषद, गंगापुर सिटी।