बीकानेरPublished: Jan 17, 2023 02:50:56 am
Brijesh Singh
एड्स पीडित बच्चों की पीड़ा: बीमारी का पता नहीं, खा रहे दवा। मासूम सवालों से कई बार हिल जाते हैं डॉक्टर
बीकानेर. संभाग के सबसे बड़े पीबीएम अस्पताल में यूं तो हर मर्ज के रोगी और उनके परिजन आते रहते हैं। लेकिन एक कोना ऐसा भी हो, जो अनदेखा-अनजाना सा तो लगता है, लेकिन इसमें एक अलग सी उदासी नजर आती है। हालांकि, यहां मौजूद चिकित्सक और स्टाफ माहौल को हल्का-फुल्का रखते हुए मरीज और उसके अभिभावक को सहज करने की कोशिश करते दिखते हैं, लेकिन कई बार छोटे बच्चों के मासूम सवाल उन्हें असहज ही नहीं, निरुत्तर भी कर जाते हैं। हम बात कर रहे हैं अस्पताल के एंटी रिट्रो वायरल प्लस सेंटर (एआरटी) की, जहां एड्स पीडि़तों का इलाज किया जाता है। इनमें एक बड़ी संख्या बच्चों की होती है, जो माता-पिता अथवा अभिभावकों के साथ दवा लेने आते हैं। कई बार चिकित्सकों के मासूम सवाल चिकित्सकों को भी असहज करते हैं। हालांकि, संयत रहते हुए बच्चों की बात को सावधानी पूर्वक सुन कर चिकित्सक उसकी काउंसलिंग करने की कोशिश करते हैं।