चिकित्साकर्मी ज्यादातर हाईरिस्क गु्रप को टारगेट करके सैम्पल ले रहे हैं। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त रूप से किए गए नवाचार का परिणाम भी सामने आने लगा है। नतीजन अब बढ़ी संख्या में पॉजिटिव ट्रेस हो रहे हैं। जुलाई माह में नवाचार का परिणाम यह रहा कि मरीजों की संख्या १५ गुना ज्यादा सामने आई। अप्रेल, मई व जून के कुल मरीजों को मिलाकर ३३४ मरीज रिपोट हुए थे।
इन तीन महीनों में २७ हजार ३०३ सैम्पलों की जांच की गई, जिनमें से ३३४ मरीज ही रिपोर्ट हुए। वहीं अकेले जुलाई माह में ४०१०९ सैम्पलों की जांच की गई, जिसमें से १६९७ कोरोना रोगी ट्रेस हुए। इससे स्पष्ट है कि पहले सैम्पलों की जांच ही कम हो रही थी, जिससे रोगी कम ट्रेस हो रहे थे। जुलाई माह में सैम्पलों की संख्या डेढ़ गुना कर रही। इससे कोरोना पॉजिटिव रोगी ज्यादा ट्रेस हुए।
अब हर दिन इतनी सैम्पलिंग
चिकित्सा विभाग के रैंडम सैम्पलिंग में मरीज के पकड़ में नहीं आने पर सीएचसी व पीएचसी पर टारगेट सैम्पलिंग का नया प्रयोग अपनाया है। विभाग ने १७ टीमों में से छह टीम को टारगेट सैम्पल ने लगा दिया है। विभाग को सफलता भी मिली है। पहले हर दिन ५०० से १००० सैम्पलिंग होती थी। वहीं अब २००० से ३००० तक रोजाना सैम्पलिंग हो रही है। सैम्पलिंग बढ़ते ही कोरोना मरीजों की संख्या भी बढऩे लगी है। सीएचसी व पीएचसी पर बीते दो दिन में दो दर्जन के मरीज सामने आ चुके हैं।
इनकी सैम्पलिंग पर जोर
१० साल से कम व ५० साल की अधिक उम्र के लोगों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं की सम्पलिंग की जा रही है। बीकानेर जिले में ३० जून तक ३३४ मरीज रिपोर्ट हुए थे जो जुलाई माह में बढ़कर २०३१ हो गए, इनमें से केवल जुलाई माह में १६९७ रोगी रिपोर्ट हुए। इससे पीबीएम अस्पताल का सुपर स्पेशिलयिटी ब्लॉक में मरीजों की भरमार है। स्वास्थ्य विभाग के कोविड सेंटर में मरीजों की संख्या अधिक है। अब नया एमसीएच नई जनाना विंग में भी कोविड-१९ अस्पताल द्वितीय चालू किया गया है।
टारगेट सैम्पलिंग की नीति अपनाई
शहर में रैंडम सैम्पलिंग की जा रही थी लेकिन मरीज पकड़ में कम आ रहे थे। इस कारण सैम्पलिंग के कार्य में परिवर्तन किया गया। अब गंगाशहर, सैटेलाइट व पीबीएम के आलावा टारगेट सम्पलिंग शुरू की गई है। हाईरिस्क गु्रप पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसका अब परिणाम भी आने लगा है। शहर में प्रत्येक यूपीएचसी व ग्रामीण में प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर सैम्पलिंग कराई जा रही है। मोहल्लेवार सैम्पलिंग के लिए दो मोबाइल टीमें भी लगा रखी है। उद्देश्य यह है कि कोरोना संक्रमित जल्दी रिपोर्ट हो, उन्हें समय पर उपचार दिया जाकर गंभीर स्थिति में पहुंचने से बचाया जा सके।
डॉ. बीएल मीणा, सीएमचओ