सेना के रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेट कर्नल अमिताभ शर्मा ने बताया कि ओमान के विशेष बल समूह के साठ सदस्यीय दल ने महाजन फायङ्क्षरग रेंज में पहुंचकर भारतीय सेना के साथ युद्धाभ्यास का आगाज किया है। यह अभ्यास आतंकवाद से निपटने, दो सशस्त्र बलों की अंत: क्रियाशीलता को बढ़ाने व सेना को सैन्य सहयोग के लिए आगे बढ़ाने पर आधारित है। रेत के अथाह समन्दर वाली फायरिंग रेंज में पहुंचे ओमान के सैनिक दल का भारतीय सैन्य अधिकारियों ने स्वागत किया।
सैन्य सूत्रों ने बताया कि 13 दिनों तक चलने वाले अभ्यास में दलदल बंधक, बचाव, हस्तक्षेप, रेगिस्तान अस्तित्व, चिकित्सा सहायता व मुकाबला फायरिंग जैसे पहलुओं पर दोनों सेनाओं के जवान अभ्यास करेंगे। मंगलवार को दूसरे दिन दोनों देशों के सैनिकों ने एक-दूसरे के आधुनिक हथियारों को परखा। ओमान के सैनिकों ने भारतीय बीएमपी टैंकों को देखा व युद्ध में मारक क्षमता को परखा। सैनिकों ने इन्फैंट्री काम्बैट, व्हीकल के साथ अभ्यास किया। ओमानी सैनिकों ने रेत के धोरों का आनंद उठाया।रक्षा सूत्रों के अनुसार ‘अल नजाह’ संयुक्त अभ्यास का पिछला संस्करण मस्कट में 12 से 25 मार्च 2019 तक हुआ था। विश्व स्तर पर पहचान है महाजन रेंज की महाजन फील्ड फायरिंग की विश्व स्तर पर पहचान बन चुकी है। चारों तरफ अथाह रेत के समन्दर वाली इस फायरिंग रेंज में बीते वर्षों में फ्रांस, रूस, यूके व अमेरिका की सेनाओं ने भारत के साथ कई संयुक्त युद्धाभ्यासों को अंजाम दिया है।