शुरुआती तीन दिन भारत और अमेरिका के सैनिकों ने आपस में परिचय, एक-दूसरे के हथियारों को समझने, ब्रिगेड हेड क्वार्टर पर प्लानिंग सेंटर स्थापित करने, शारीरिक व्यायाम के माध्यम से सीखने-सिखाने में बिताया। शुक्रवार को चौथे दिन युद्ध स्थली में दुश्मन तक पहुंचने के रास्ते-बाधाओं को पार करने का अभ्यास किया। सैनिकों ने दुर्गम स्थानों पर जम्प लगाकर, रेंगकर, रस्सी के सहारे चढ़कर अथवा हेलीकॉप्टर से जमीन पर उतरने का अभ्यास किया। इसके बाद पहुंच गए सीधे दुश्मन के सामने युद्ध में दो-दो हाथ करने। यह नजारा किसी युद्ध क्षेत्र के हालात को प्रदर्शित कर रहा था।
अमेरिका निर्मित तोप होवित्जर से ताकत का प्रदर्शन भारत और अमेरिका के संयुक्त युद्धाभ्यास का यह 20वां संस्करण है। इसमें शामिल 1200 सैनिकों की संख्या ने विश्व के ताकतवर देशों का ध्यान भी खीच रखा है। महाजन के धोरों के बीच काल्पनिक रणक्षेत्र में भारत और अमेरिका के सैन्य हथियार तैनात किए जा चुके हैं। अमेरिका निर्मित तोप होवित्जर से ताकत का प्रदर्शन चल रहा है।